लाइफस्टाइल डेस्क। क्या आपने कभी काले चावलों के बारे में सुना है? सुनकर आपको आश्चर्य ज़रूर होगा, लेकिन काले चावल भी आम चावलों जैसे ही होते हैं। इसकी शुरुआत में खेती चीन में हुई थी और फिर वहां से भारत के असम और मणिपुर में भी शुरुआत हुई। प्राचीन चीन में काले चावल को खाने की मनाही थी, लेकिन फिर भी चीन के कई लोग इसका सेवन गुर्दे, पेट सम्बंधित बीमारियों को ठीक करने के लिए करते थे।
जब इसके सेवन से शरीर को लाभ मिलने लगा तो कुछ महान चीनी पुरुषों ने इस चावल को अनाज में शामिल कर लिया और इसकी सार्वजनिक खपत को रोक दिया। जिसके बाद से, काले चावल सिर्फ अमीर और कुलीन वर्गों की संपत्ति बन गया। हालांकि, अब समय के साथ आम लोग भी इसका उपभोग करने लगे हैं।
भारत में इसकी खेती मुख्य रूप से उत्तर पूर्व क्षेत्र और दक्षिणी भागों में की जाती है। यह चावल औषधीय गुणों से भरपूर होता है। ओडिशा में इस प्रजाति के धान की खेती संबलपुर, सुंदरगढ़, और कंधमाल, कोरापुट आदि जिलों में की जाती है।
काले चावल के अनमोल फायदों के बारे में:
- इन चावलों का गहरा रंग इनमें मौजूद विशेष एंटीऑक्सीडेंट तत्वों के कारण होता है जो आपकी त्वचा और आंखों के साथ दिमाग़ के लिए फायदेमंद होता है।
- काले चावलों में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है, जो कब्ज़ जैसी समस्याओं को ख़त्म कर पेट फूलना या पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी फायदा करता है। इसे रोज़ खाने पर भी सेहत को नुकसान नहीं पहुंचता।
- आमतौर पर लोग वज़न को नियंत्रण में लाने के लिए चावल खाना लगभग छोड़ देते हैं, वहीं काले चावल आपके लिए फायदेमंद साबिक हो सकते हैं, क्योंकि काले चावल मोटापा कम करने के लिए बेहद लाभदायक हैं।
- अपने दिल को स्वस्थ को बेहतर और मज़बूत करने के लिए काले चावल का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद फायटोकेमिकल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं और बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। साथ ही यह दिल की धमनियों में अर्थ्रोस्क्लेरोसिस प्लेक फॉर्मेशन की संभावना कम करता है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना भी कम होती है।
- काले चावल में एंथोसायनिन नामक एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मौजूद होता हैं, जो कार्डियोवेस्कुलर और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में सहायक हैं। यह प्रतिरोधक क्षमता में भी इज़ाफा करता है।