कैंसर (Cancer) एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो दुनियाभर में तेजी से पांव पसार रही है। महिलाओं में ब्रेस्ट यानी स्तन कैंसर की बीमारी का आंकड़ा भी दुनियाभर में बढ़ रहा है। स्तन में गांठ बनना, सूजन आना, निप्पल के आकार में बदलाव होने से लक्षणों पर इसकी जांच जरूरी होती है।
शुरुआती स्टेज में इसका इलाज संभव होता है। स्तन कैंसर के इलाज के बारे में एक नए शोध अध्ययन में बिल्कुल नई जानकारी सामने आई है। बिहार के पटना स्थित अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज में पीएचडी शोधार्थी विवेक अखौरी के इस शोध के मुताबिक, रक्त चंदन के बीज (Rakta sandalwood seeds) में स्तन कैंसर (Breast Cancer) के इलाज की उम्मीद जगी है। उन्होंने महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र में यह शोध अध्ययन किया है।
इस शोध के दौरान यह बात सामने आई है कि लाल रक्त चंदन के बीज में स्तन कैंसर विरोधी तत्व पाए जाते हैं। इस शोध अध्ययन में विवेक अखौरी ने कार्सिनोजेन रासायनिक डीएमबीए को प्रेरित करके चार्ल्स फोस्टर चूहों में स्तन ट्यूमर का मॉडल विकसित किया। ट्यूमर विकसित करने के बाद पांच सप्ताह के लिए लाल रक्त चंदन के बीज के साथ चूहों का इलाज किया।
लाल रक्त चंदन के बीज से इलाज के बाद ट्यूमर की मात्रा में काफी कमी देखी गई और यह धीरे-धीरे खत्म हो गया। ऐसा दावा किया जा रहा है कि लाल रक्त चंदन के बीज के माध्यम से दुनिया में किया गया पहला अध्ययन है। सेज जर्नल ऑफ ब्रेस्ट कैंसर: बेसिक एंड क्लिनिकल रिसर्च (यूएसए) में इस शोध अध्ययन को इस शोध को हाल ही में प्रकाशित किया गया है।
इस शोध अध्ययन टीम में महावीर कैंसर संस्थान के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. अरुण कुमार और गाइड डॉ. मनोरमा कुमारी भी शामिल थीं। अध्ययन टीम में शामिल डॉ. अरुण ने बताया कि उन्होंने झारखंड में चंदन के बीज देखे थे और वहीं से लाए थे।