लखनऊ। एनकाण्उटर में मारे गए गिरधारी सिंह उर्फ डाक्टर के शव का अंतिम संस्कार बनारस के चौलापुर में होगा। बुधवार शाम गिरधारी का भाई राकेश गिरधारी का शव लेकर बनारस के लिए रवाना हो गए हैं। गिरधारी का शव परिजनों को सुपुर्द करने के दौरान मर्चुरी में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
थाना प्रभारी विभूतिखण्ड ने बताया कि बुधवार शाम करीब 5 बजे गिरधारी सिंह का भाई राकेश दो अधिवक्ताओं के साथ राजधानी पहुंचा था। पुलिस को सूचित करते हुए वह सीधे मेडिकल कालेज की मर्चुरी शव लेने गया था। गिरधारी सिंह के भाई के पहुंचने की सूचना पर मर्चुरी पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
अधिवक्ताओं की मौजूदगी में राकेश ने कागजी कार्रवाई पूर्ण की। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में राकेश को गिरधारी का शव उसके सुपुर्द कर दिया गया। राकेश ने बताया कि वह शव लेकर बनारस अपने पैतृक निवास चौलापुर के ग्राम दानगंज ले जायेगा। जहां परिजनों की मौजूदगी में गिरधारी के शव का अंतिम संस्कार किया जायेगा। इसके पहले मंगलवार को गिरधारी के पिता टग्गर विश्वकर्मा शव लेने के लिए गांव से निकले थे। रास्ते में उनकी तबियत खराब हो गई थी। जिसके चलते वह वापस अपने गांव लौट गए थे। इधर उनके इंतजार में राजधानी पुलिस थी।
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परिजनों के न पहुंचने पर राजधानी पुलिस की एक टीम गिरधारी सिंह के गांव गई थी। जहां उन्होंने परिजनों से पूछताछ की थी। पिता टग्गर ने बताया था कि बुधवार को उनका पुत्र राकेश शव लेने जायेगा। इस पर पुलिस टीम वापस राजधानी लौट आई थी। ज्ञात हो कि सोमवार तड़के कु यात गिरधारी सिंह को राजधानी पुलिस ने मार गिराया था। राजधानी में बहुचर्चित पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकाण्ड का आरोपी गिरधारी सिंह फरार चल रहा था।
नाट्कीय ढंग से दिल्ली पुलिस ने गिरधारी को गिरफ्तार किया था। जिसे राजधानी पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। विभूतिखण्ड पुलिस को कोर्ट से गिरधारी सिंह की 3 दिन की रिमाण्ड मिली थी। रविवार की देर रात पुलिस हत्याकाण्ड में इस्तेमाल किए गए असलहे की बरामदगी के लिए गिरधारी को लेकर खरगापुर रेलवे क्रासिंग के पास पहुंची थी। गाड़ी से उतरते व त गिरधारी ने एसआई की नाक पर अपने सिर से वार कर दिया था और उसकी सर्विस रिवाल्वर लेकर भाग निकला था। पीछा कर रही पुलिस टीम पर गिरधारी ने फायरिंग करना शुरू कर दी थी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में गिरधारी के सीने और पैर में गोलियां लग गई थी। गिरधारी की इलाज के दौरान राम मनोहर लोहिया अस्पताल के ट्रामा सेण्टर में हो गई थी।