महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ ( Maha Kumbh) में बड़ी संख्या में आम और खास सभी लोग त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने आ रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को बॉलीवुड अभिनेता राजकुमार राव, अभिनेत्री नीना गुप्ता और अभिनेता संजय मिश्रा महाकुम्भ ( Maha Kumbh) पहुंचे। सभी कलाकारों ने इस भव्य आयोजन की प्रशंसा की और यहां के माहौल को अविस्मरणीय बताया।
संगम में डुबकी लगाना सौभाग्य की बात: राजकुमार राव
बॉलीवुड अभिनेता राजकुमार राव ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि वह और उनकी पत्नी पत्रलेखा मां गंगा के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं। राजकुमार राव ने कहा, “मैं संगम में डुबकी लगाने के लिए बहुत उत्साहित हूं। हम पिछली बार भी महाकुम्भ ( Maha Kumbh) में आए थे। पत्रलेखा और मैं मां गंगा के प्रति समर्पित हैं। हम परमार्थ निकेतन आश्रम में ठहरे हुए हैं। जो भी यहां स्नान कर सकता है, वह सौभाग्यशाली है। भगवान की कृपा से हमें यह अवसर मिला है।”
सालों से यहां आने की इच्छा थी: नीना गुप्ता
नीना गुप्ता ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैं सालों से यहां आना चाहती थी। यह एक अनोखा अनुभव है। आखिरकार, आज मैंने डुबकी लगा ली। यहां का माहौल अविश्वसनीय है। मैंने अपने जीवन में इससे बड़ा जनसमूह कभी नहीं देखा। सरकार ने इतने बड़े आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित किया है, यह काबिले-तारीफ है।
समय होता तो यहीं घर बना लेता: संजय मिश्रा
मशहूर अभिनेता संजय मिश्रा ने महाकुम्भ ( Maha Kumbh) के माहौल को अद्भुत बताते हुए कहा, “यहां भारी भीड़ है, लेकिन फिर भी सारी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। आयोजन को सफल बनाने के लिए किए गए प्रयास सराहनीय हैं। अगर मेरे पास समय होता, तो मैं यहीं अपना घर बना लेता।”
महाकुम्भ में स्नान के साथ संतों का आशीर्वाद लेना भी जरूरी: मालिनी अवस्थी
प्रसिद्ध लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने महाकुम्भ ( Maha Kumbh) में श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वे केवल त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान तक ही सीमित न रहें, बल्कि संतों का आशीर्वाद भी लें। मालिनी अवस्थी ने कहा, “महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं का उद्देश्य सिर्फ स्नान करना नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें संतों के दर्शन कर उनका आशीर्वाद भी लेना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुम्भ का संदेश पूरे विश्व में गया है कि जो इस पावन अवसर पर स्नान नहीं करेगा, वह इस सौभाग्य से वंचित रह जाएगा। इसी कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए आ रहे हैं।”