कानपुर। योगी सरकार की नीति के तहत काम करने वाली पुलिस अपनी छवि सुधारने का पूरी तरह से प्रयास कर रही है। ऐसा ही एक मामला सोमवार को संचेडी थाने में आया। पुलिस ने विवाद करने वाले दोनों पक्ष से तहरीर लेकर एक दूसरे पक्ष के आरोप को आधार मानते हुए दुष्कर्म (Rape) मामले का मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस कहना है कि पूरा मामला पेशबंदी का है। लेकिन सरकार की किसी तरह से किरकिरी न हो इसके लिए दोनों पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है। गुण और दोष के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सचेंडी थाना प्रभारी प्रद्युम्न सिंह ने सोमवार को जानकारी देते हुए रैकेपुर चौकी क्षेत्र के एक ही गांव के दोनो पक्ष हैं। दोनों दूध का काम करने वाले हैं। दोनों पक्ष के बीच पारिवारिक विवाद है। इसी रंजिश के चलते 18 फरवरी को एक दूध कारोबारी की पत्नी ने दूसरे पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए सचेंडी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस इस मामले की आरोपित से को हिरासत में लेकर जांच कर रही रही थी, कि सोमवार को आरोपी की पत्नी ने भी वादी के पति के खिलाफ दुष्कर्म (Rape) का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। कहा कि अगर मेरी सुनवाई नहीं हुई तो थाने में आग लगाकर जान दे देंगे। ऐसा प्रकरण आते ही पुलिस पीछे हो गई दूसरे पक्ष की तहरीर लेकर आज दूसरे पक्ष के खिलाफ भी दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर ली और दोनों मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस दोनों पक्ष के आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। प्राथमिक जांच में रेप का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। लेकिन दोनों महिलाओं ने एक-दूसरे के पति पर रेप का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ ही बयान भी दिया है।
एसीपी निशंक शर्मा का कहना है कि दोनों महिलाओं की तहरीर पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया गया और जांच की जा रही है। अब दोनों के आरोपों की निष्पक्ष जांच की जा रही है। जांच के बाद आरोप साबित होने के बाद ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।