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स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर पर डिप्टी सीएम ने उठाए सवाल, ACS को किया जवाब तलब

Brajesh Pathak

Brajesh Pathak

लखनऊ। यूपी स्वास्थ्य विभाग में किए गए ट्रांसफर पर सवाल खड़ा हो गया है। यह सवाल खुद डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने उठाया है। ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को लेटर लिख कर पूरी जानकारी मांगी है। डिप्टी सीएम का कहना है, “विभाग में जो भी ट्रांसफर हुए हैं उसमें तबादला नीति का पालन नहीं किया गया है।”

डिप्टी चीफ मिनिस्टर बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने अपर मुख्य सचिव अमित मोहन (ACS Amit Mohan) से तबादले को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। पत्र में डिप्टी सीएम ने चार बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा है कि ट्रांसफर के दौरान स्थानांतरण नीति का पालन नहीं किया गया है। उन्होंने अपर मुख्य सचिव से स्थानांतरण का कारण स्पष्ट करने व विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

उत्तर प्रदेश के उप मुख्‍यमंत्री पाठक का यह पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। इस बारे में पूछे जाने पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि, ‘‘मुझे पता चला है कि वर्तमान सत्र में जो भी स्थानांतरण किये गये हैं, उनमें स्थानांतरण नीति का पूर्णत: पालन नहीं किया गया है। इसलिए जिसका भी स्थानांतरण किया गया है उनके स्थानांतरण किये जाने का कारण स्पष्ट करते हुए अपर मुख्‍य सचिव से उनका संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराने को कहा है।”

दरअसल ब्रजेश पाठक हैदराबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शिरकत करने गए थे। सोमवार सुबह ही वो लखनऊ लौटें। इस बीच उन्हें बड़े पैमाने पर हुए ट्रांसफर की जानकारी दी गई। जिसके बाद ब्रजेश पाठक ने अमित मोहन प्रसाद को पत्र लिखकर कहां है कि उनके संज्ञान में आया है कि डॉक्टरों के तबादले तो कर दिये गये हैं मगर कई अस्पतालों में उन डॉक्टरों की तैनाती जगह पर कोई डॉक्टर पहुंचा नहीं है। इसके अलावा भी तमाम तरह की शिकायतें हैं।

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लखनऊ के कई चिकित्सक का गैर जनपद हुआ है ट्रांसफर

डिप्टी सीएम ने कहा है कि लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य जनपदों में स्थित बड़े अस्पतालों से बड़ी संख्या में डॉक्टरों को हटा दिया गया है लेकिन उनकी जगह किसी की नियुक्ति नहीं की गई है जबकि इन अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की पहले से कमी है।

उन्होंने कहा है कि प्रदेश की राजधानी होने के कारण लखनऊ में हर जिले से मरीजों को रेफर किया जाता है। इसके बावजूद लखनऊ सहित कई जिलों के प्रमुख अस्पतालों से बड़े पैमाने पर डॉक्टरों के तबादले किए गए। उन्होंने पूछा कि ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था सुचारू रखने को क्या किया जा रहा है, इसका भी विवरण दें। जिन डॉक्टरों का स्थानांतरण किया गया है, क्या यह सत्यापित कर लिया गया है कि स्थानांतरित डॉक्टरों से पहले से वहां उस जिले, मंडल या अस्पताल में कोई चिकित्साधिकारी तैनात नहीं है।

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