भारत में गणेश चतुर्थी ( Ganesh Chaturthi) की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं। हर साल की तरह इस साल भी बप्पा के आगमन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस साल यह 31 अगस्त को मनाया जाएगा।
इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। यह त्यौहार मुख्य रूप से महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। बहुत सारे लोग इस त्योहार के दौरान भगवान गणेश की मूर्ति को अपने घर लाते हैं।
गणपति स्थापना में बप्पा के भोग से लेकर श्रृंगार जैसी कई चीजें अहम होती हैं। ऐसे में गणपति स्थापना से पहले कुछ चीजों को ध्यान में रखना जरूरी होता है। अगर आप बप्पा की इन चीजों को ध्यान में रखकर तैयारियां करेंगे तो बप्पा आपके दुख-कष्ट हर लेंगे। आइए डालते हैं एक नजर इन खास तैयारियों पर…
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
– गणेश चतुर्थी ( Ganesh Chaturthi) पर अगर आप गणपति लाने की सोच रहे हैं तो बता दें कि सफेद मदार की जड़ या फिर मिट्टी से बनी गणेश मूर्ति को पूजा के लिए शुभ माना जाता है। यही नहीं, आप सोना-चांदी, तांबे आदि से बनी गणेश मूर्ति की भी स्थापना कर सकते हैं। प्लास्टर ऑफ पेरिस या किसी अन्य प्रदार्थ की मूर्ति लेने से बचे।
– ऐसा माना जाता है कि गणेश महाराज की बैठी हुई प्रतिमा ज्यादा फलदायी होती है। ऐसे में गणपति की मूर्ति खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें। हो सकता है पूजा में गणपति की ऐसी मूर्ति रखना आपके लिए शुभ हो जाए और बप्पा आपकी पूजा से प्रसन्न होकर आपके बिगड़े कामों को बना दें।
– वाममुखी गणपति की मूर्ति घर लाएंगे तो उन्हें प्रसन्न करना आसान होता है। दरअसल, गणेश जी की बाईं ओर वाली सूंड को वाममुखी गणपति कहा जाता है। कहा जाता है कि वाममुखी गणपति की पूजा करना आसान होता है। जबकि दाईं ओर सूंड वाले गणपति की पूजा के लिए विशेष नियमों का पालन करना पड़ता है।
– अगर इस बार गणपति को घर में स्थापित करने का कारण संतान प्राप्ति है, तो घर में गणपति के बाल रूप की स्थापना करें।
– ऐसी मान्यता है कि गणपति की सफेद या सिंदूरी रंग की प्रतिमा लेना शुभ माना जाता है। तो इस बार अगर बप्पा की मूर्ति घर में स्थापित करना चाहते है तो कोशिश करें कि सफेद या सिंदूरी रंग की हो। वैसे तो आप किसी भी रंग की प्रतिमा स्थापित कर सकते हैं।
– अगर आप अपने ऑफिस के लिए गणपति लाने का विचार कर रहे हैं, तो खड़े हुए बप्पा ज्यादा शुभ रहेंगे। कहते हैं, ऐसी प्रतिमा के पूजन से सफलता और तरक्की मिलती है।
गणेश चतुर्थी ( Ganesh Chaturthi) पूजा का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम बताते हैं कि भादो माह के संकष्टी चतुर्थी यानी 30 अगस्त दिन मंगलवार दोपहर 3:33 पर चतुर्थी तिथि शुरू होगी। जबकि 31 अगस्त दोपहर 3:22 पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के कारण गणेश चतुर्थी का व्रत 31 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन 11:05 से दोपहर 1:38 तक शुभ मुहूर्त है।