नई दिल्ली। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस (Liz Truss) ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका कार्यकाल सिर्फ 45 दिन का रहा है। लंबे समय से कयास लग रहे थे कि उनका इस्तीफा होने वाला है। अब वो फैसला ले लिया गया है। इस्तीफे के बाद लिज ट्रस ने भी अपनी तरफ से प्रतिक्रिया दे दी है।
इस्तीफा देने के बाद लिज ट्रस (Liz Truss) का पहला बयान
उन्होंने कहा है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मुझे लगता है कि मैं उन वादों को पूरा नहीं कर पाई, जिनके लिए मैं लड़ी थी। मैंने जानकारी दे दी है कि अब प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे रही हूं। लिज ने इस बात पर भी जोर दिया है कि जब वे पीएम बनी थीं, तब देश में आर्थिक स्थिरता नहीं थी। परिवारों को चिंता थी कि बिल कैसे जमा किए जाएं। वे कहती हैं कि हमने टैक्स कम करने का सपना देखा था, मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव डालने की कोशिश की थी, लेकिन मुझे लगता है कि वर्तमान में मैं डिलीवर नहीं कर पाई हूं। इसलिए इस्तीफा दे रही हूं।
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जानकारी के लिए बता दें कि कंजर्वेटिव पार्टी के 530 सदस्यों के YouGov सर्वेक्षण में भी पाया गया था कि 55% सदस्य का मानना है कि लिज ट्रस को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। कुछ दूसरे सर्वे में भी संकेत दे दिए गए थे कि लिज ट्रस को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। उनकी खुद की पार्टी ही उनके फैसलों से खफा चल रही थी।
लिज (Liz Truss) के इस फैसले पर था बवाल
यहां ये जानना जरूरी है कि लिज ट्रस ने पीएम रहते हुए हाल ही में संसद में मिनी-बजट पेश किया था। इस बजट में उन्होंने टैक्स बढ़ोतरी और महंगाई पर रोक लगाने वाले कदम उठाए थे। लेकिन जल्द ही इन फैसलों को सरकार ने वापस ले लिया। चुनाव प्रचार के दौरान भी उनका ये बड़ा वादा था कि टैक्स कटौती की जाएगी। लेकिन उन्होंने अपने उसी फैसले को वापल ले लिया जिस वजह से पार्टी के अंदर ही कई लोग नाराज हो गए और ट्रस पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया।