आगरा। जिले के थाना सिकंदरा के गांव अकबरा स्थित यमुना किनारे के जंगल में साधु श्रीकांत (50) की सिर कुचलकर हत्या (Murder) कर दी गई। वह जंगल में बने मंदिर की कुटिया में रहते थे। मंगलवार शाम चार बजे मंदिर के बाहर गड्ढे में उनका शव पड़ा मिला। परिजन ने दो लोगों पर लेन-देन के विवाद में हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने तहरीर लेकर जांच शुरू कर दी है।
गांव अकबरा निवासी श्रीकांत छह भाइयों में सबसे छोटे थे। परिजन ने पुलिस को बताया कि उन्होंने शादी नहीं की थी। साधु बन गए थे। गांव के आगे जंगल में शिवजी और हनुमानजी का मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर में ही श्रीकांत ने अपनी कुटिया बना ली थी। इसे आश्रम का रूप दे दिया था। तकरीबन 25 साल से वो कुटिया में ही रहते थे। कभी-कभार ही घर आते थे। परिवार का कोई व्यक्ति रोजाना उन्हें भोजन देने जाता था। मंदिर से आगे यमुना की तरफ जाने का रास्ता है। भाइयों का परिवार गांव में खेतीबाड़ी करता है।
मंगलवार दोपहर को मंदिर पर गांव का एक युवक गया था। उन्होंने श्रीकांत महाराज को नहीं देखा, जबकि उनकी बाइक मंदिर के बाहर खड़ी हुई थी। युवक ने गांव में पहुंचकर परिजन को बताया। वह भी पहुंच गए। उन्हें भी बाइक मिली। शाम तकरीबन पौने चार बजे मंदिर के बाहर गड्ढे में श्रीकांत महाराज का शव पड़ा मिला। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम को भी बुला लिया गया।
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि मृतक के चेहरे और सिर पर चोट का निशान है। आशंका है कि सिर में किसी भारी वस्तु से प्रहार करके हत्या की गई है। पैर पर भी धारदार हथियार से मारे जाने का निशान है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। परिजन ने लेन-देन का विवाद बताया है। दो लोगों पर आरोप लगाया है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जिन लोगों पर परिजन आरोप लगा रहे हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी। हत्या के पीछे किसी करीबी का हाथ होने का शक है।
परिजन ने बताया कि श्रीकांत महाराज को खेत बेचकर रकम मिली थी। यह उन्होंने पास ही रख ली थी। उनके पास आकर कुछ लोग बैठा करते थे। श्रीकांत महाराज ने रकम उधार भी दे दी थी। इसी रकम को लेकर हत्या की आशंका है। पुलिस जांच कर रही है।