• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

BSP महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ब्राह्मण सम्मेलन के तीसरे चरण की करेंगे शुरुआत

Writer D by Writer D
15/08/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, ख़ास खबर, लखनऊ
0
brahim sammelan

brahim sammelan

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने बड़ा दांव चलने की तैयारी कर ली है। सूबे में एक बार फिर से मायावती ब्राह्मणों  को साधने में जुट गई हैं।

ऐसे में यूपी के ब्राह्मण वर्ग को साधने की सबसे ज़रूरी जिम्मेदारी सतीश चंद्र मिश्रा को दी गई है। ऐसे में बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ब्राह्मण सम्मेलन के तीसरे चरण की शुरुआत करेंगे, जिसके तहत वो 16 से 24 अगस्त तक 16 जिलों का दौरा करेंगे।

बसपा महासचिव बाराबंकी, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्र, गाजीपुर, आजमगढ़, बलिया मऊ, औरैया, इटावा, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज और उन्नाव में ‘प्रबुद्ध सम्मेलन’ करने की तैयारी कर चुके हैं। गौरतलब है कि इस सम्मेलन का पहला चरण अयोध्या से शुरू हुआ, दूसरा चरण 1 अगस्त से वृंदावन से शुरू हुआ। जिसके बाद अब तीसरे चरण की शुरुआत होने जा रही है।

2017 के बाद से प्रदेश में एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ : सीएम योगी

माना जा रहा है कि जिस प्रकार 2007 में यूपी की सियासत में नारा उछाला गया था कि ब्राह्मण शंख बजाएगा, हाथी चलता जाएगा। इस बार फिर से ये नारा लौट रहा है। करीब 9 साल से यूपी की सत्ता से बाहर रही मायावती फिर उसी अंदाज में चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं और फिर ब्राह्मण वोटरों को लुभाकर विजय का प्लान बना रही हैं।

बता दें कि मायावती ने 2007 में यूपी के चुनाव में 403 में से 206 सीटें जीतकर और 30 फीसदी वोट के साथ सत्ता हासिल करके देश की सियासत में तहलका मचा दिया था। बसपा 2007 का प्रदर्शन कोई आकस्मिक नहीं था बल्कि उसके पीछे मायावती की सोची समझी रणनीति थी। प्रत्याशियों की घोषणा चुनाव से लगभग एक साल पहले ही कर दी गई थी। इसके अलावा ओबीसी, दलितों, ब्राह्मणों, और मुसलमानों के साथ एक तालमेल बनाया था। बसपा इसी फॉर्मूले को फिर से जमीन पर उतारने की कवायद में है।

Tags: brahim sammelanbspMayawati newsup news
Previous Post

2017 के बाद से प्रदेश में एक भी सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ : सीएम योगी

Next Post

15 अगस्त पर बाबा विश्वनाथ के तिरंगा श्रंगार स्वरूप के दर्शन कर भक्त हुए मंत्रमुग्ध

Writer D

Writer D

Related Posts

Rain
Main Slider

सपने में बारिश में भीगना इस बात का संकेत, जानकर हो जाएंगे हैरान

17/06/2025
Hanuman
Main Slider

हर मंगलवार को करें यह गुप्त उपाय, मिलेगा बजरंगबली का आशीर्वाद

17/06/2025
Gupt Navratri
Main Slider

आषाढ़ माह के गुप्त नवरात्रि से पहले कर लें यह महाउपाय, हर मुसीबत होगी दूर

17/06/2025
Panchak
Main Slider

पंचक में भूल से भी न करें ये काम… वरना होगा पछतावा!

17/06/2025
Veg Maggi Omelette
खाना-खजाना

ब्रेकफास्ट में बनाएं वेज ऑमलेट, फटाफट हो जाएगा तैयार

17/06/2025
Next Post

15 अगस्त पर बाबा विश्वनाथ के तिरंगा श्रंगार स्वरूप के दर्शन कर भक्त हुए मंत्रमुग्ध

यह भी पढ़ें

UPSC NDA

UPSC NDA, NA I एग्जाम का रिजल्ट घोषित, यहां करें चेक

10/05/2024
Truck-Trolley Collision

सड़क दुर्घटना में कांवडिया की मौत

16/07/2023
adar punavala

भारत के ‘वैक्सीन मैन’ अदार पूनावाला की पत्नी के बारे में कितना जानते हैं आप?

05/01/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version