लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बसपा को एक के बाद एक बड़े झटके दे रहे हैं। दरअसल, बसपा सांसद रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय आज सपा में शामिल हो गए।
राकेश पांडेय पहले बसपा से सांसद रह चुके हैं। वे सपा से विधायक भी रहे हैं। जबकि उनके बेटे रितेश पांडेय अभी बसपा से अंबेडकर नगर से सांसद हैं। कल ब्राह्मणों के कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद अखिलेश यादव ने आज बसपा के ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले राकेश पांडेय को सपा की सदस्यता दिलाई।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी से नाराज माने जा रहे ब्राह्मणों को सपा प्रमुख अखिलेश यादव साधने में जुट गए हैं। उन्होंने रविवार को लखनऊ में लगाई गई परशुराम मूर्ति और 68 फीट ऊंचे फरसे का अनावरण किया।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के नेतृत्व में आस्था जताते हुए वरिष्ठ बसपा नेता एवं अम्बेडकर नगर से पूर्व सांसद श्री राकेश पांडेय जी अपने साथियों के साथ सपा में हुए शामिल।
आपका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन। pic.twitter.com/h4uaAPNrZB
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 3, 2022
अखिलेश यादव ने एक हाथ में भगवान परशुराम का फरसा तो दूसरे हाथ में भगवान श्री कृष्ण के सुदर्शन चक्र को लेकर ब्राह्मण समाज से सपा की सरकार बनाने की अपील की। भगवान परशुराम की मूर्ति का अनावरण करने के बाद अखिलेश ने ब्राह्मण समाज से कहा है कि सूबे में सपा की सरकार आने पर भगवान परशुराम जयंती की छुट्टी फिर बहाल की जाएगी, जिसे बीजेपी ने सरकार में आते ही खत्म कर दिया था। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज भगवान परशुराम को पूजता है। इतिहास गवाह है कि ब्राह्मण समाज जिस पार्टी के साथ रहता है, उसकी सरकार बनती है और इस बार ब्राह्मणों ने तय कर लिया है कि समाजवादी पार्टी के साथ रहना है और सरकार बनानी है, तो हमारी सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता।