लखनऊ। बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती ने बुधवार को कहा कि यूपी में विधानसभा की सभी आठ सीटों पर उपचुनाव लड़ा जाएगा। इसके लिए प्रभारियों का ऐलान जल्द किया जाएगा, जिसकी घोषणा सेक्टर इंचार्ज करेंगे।
बता दें कि प्रदेश में आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिसकी तैयारी में सभी दल जुटे हुए हैं, लेकिन मौजूदा हालात में मुख्य रूप से भाजपा और सपा की प्रतिष्ठा दांव पर है।
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कांग्रेस व बसपा के लिए इन उपचुनावों में खोने को ज्यादा कुछ नहीं है। बसपा को यदि कहीं कामयाबी मिल जाती है। साथ ही कांग्रेस दमदार प्रदर्शन करने में कामयाब हो जाती है तो इन्हें 2022 के चुनाव की तैयारी के लिए भाजपा विरोधी दलों के बीच अपनी हैसियत बताने का आधार मिल जाएगा।
भाजपा ने अपने कब्जे वाली छह सीटों पर शुरू किया मंथन
भाजपा ने अपने कब्जे वाली छह सीटों पर चुनावी मंथन शुरू करने के साथ ही संगठन से लेकर सरकार के कुछ प्रमुख चेहरों को इन सीटों पर बतौर प्रभारी कमल खिलाने की जिम्मेदारी देने का फैसला किया है। इनकी जल्द ही तैनाती हो जाएगी। सपा के कब्जे वाली मल्हनी और स्वार सीट पर खास मंथन हो रहा है।
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पार्टी के रणनीतिकार दोनों सीटों पर ऐसे चेहरों को उतारना चाहते हैं जो स्थानीय समीकरणों में अपनी पकड़ व पहुंच के जरिए वोट बढ़ाकर जीत के आंकड़े तक पहुंच सकें। पिछले दिनों निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद 2017 में मल्हनी में सपा को कड़ी टक्कर देने वाले धनंजय सिंह को लेकर भाजपा के प्रमुख नेता से मिले थे।
हालांकि अभी यह कहना मुश्किल है कि निषाद पार्टी के जरिये आपराधिक छवि के धनंजय सिंह की पीठ पर भाजपा हाथ रखेगी या नहीं। जहां तक बसपा की बात है तो उसने भी कुछ सीटों पर प्रभारी बना दिए हैं। सपा भी जल्द ही कुछ नेताओं को उपचुनाव वाले क्षेत्रों में लगाएगी।