लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (BSP) नगर निगम प्रयागराज के चुनाव में माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) को चुनाव नहीं लड़ाएगी। रविवार को लखनऊ में पार्टी सुप्रीमो मायावती ने पदाधिकारियों संग हुई बैठक में यह फरमान सुनाया। नए प्रत्याशी के नाम की घोषणा चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद की जाएगी। उमेश पाल हत्याकांड से पहले बसपा ने अलोपीबाग में आयोजित पार्टी सम्मेलन के दौरान शाइस्ता परवीन को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई थी और मेयर पद का प्रत्याशी घोषित किया था।
हत्याकांड के बाद चर्चा शुरू हो गई थी कि शाइस्ता (Shaista Parveen) को पार्टी से बाहर किया जा सकता है। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। शाइस्ता की पार्टी की सदस्यता बरकरार है, लेकिन शाइस्ता को पुलिस की ओर से फरार घोषित किए जाने के बाद पार्टी ने मेयर पद के लिए नया प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है।
शाइस्ता को प्रत्याशी घोषित किए जाने से पहले पार्टी के जिला पदाधिकारियों ने पांच प्रत्याशियों के नाम का पैनल बसपा सुप्रीमो को भेजा था। इनमें शाइस्ता परवीन का नाम भी शामिल था। साथ ही दो ब्राह्मण दावेदार शामिल थे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रयागराज की सीट अनारक्षित होने के बाद ब्राह्मण दावेदारों ने एक बार फिर से टिकट के लिए जोर आजमाइश शुरू कर दी है। हालांकि, इस बार पार्टी प्रत्याशी घोषित करने में जल्दबाजी नहीं करना चाहती है।
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पार्टी सूत्रों का कहना है कि सीट अनारक्षित होने के बाद कई नए दावेदार भी सामने आए हैं, लेकिन बसपा इस इंतजार में है कि अन्य दल किसे अपना प्रत्याशी घोषित करते हैं, क्योंकि सीट अनारक्षित होने के बाद जातिगत समीकरण अब ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। फिलहाल, बैठक में शामिल पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी बूथ स्तर पर चुनाव की तैयारी में जुट जाएं।
हर बूथ पर पार्टी के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देने के लिए कहा गया है। साथ ही पदाधिकारियों से कहा गया है कि मेयर पद का प्रत्याशी कोई भी हो, सभी पदाधिकारी प्रत्याशी की जीत के लिए एकजुट होकर काम करेंगे। मायावती के साथ हुई बैठक में प्रयागराज से मंडल प्रभारी अशोक कुमार गौतम, अमरेंद्र बहादुर भारती, राजू गौतम, डॉ. जगन्नाथ पाल, सतीश जाटव और जिलाध्यक्ष टीएन जैस शामिल रहे।