लखनऊ। प्रदेश की स्वार और छानबे विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव (By-Election) में बसपा (BSP) मैदान में नहीं उतरेगी। बसपा अपना पूरा फोकस इस समय नगरीय निकाय चुनाव पर कर रही है। रामपुर जिले की स्वार और मिर्ज़ापुर की छानबे सीट पर भी 10 मई को चुनाव (By-Election) होंगे।
स्वार सीट पर सपा विधायक अब्दुल्ला आजम की सदस्यता रद्द होने के कारण चुनाव हो रहा है। उधर छानबे सीट के विधायक राहुल कोल के निधन से यह सीट खाली हो गई। अब इस चुनाव में जहां सभी दल मैदान में उतर रहे हैं तो वहीं बसपा इससे दूर है। बसपाई रणनीतिकारों का कहना है कि बसपा का पूरा फोकस निकाय चुनाव पर है। हालांकि बसपा उपचुनाव (By-Election) लड़ने से पहले भी परहेज करती रही है पर बीच में उसने कुछ उपचुनाव लड़े। अब फिर से उपचुनाव से दूरी बनाई जा रही है।
भाजपा से बनी सहमति, उम्मीदवारों की घोषणा जल्द
प्रदेश में मिर्जापुर की छानबे और रामपुर की स्वार विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव (By-Election) के लिए भाजपा और अपना दल (एस) के बीच सहमति बन गई है। तय हुआ है कि दोनों सीटों पर अपना दल (एस) ही चुनाव लड़ेगा। इसके बाद अपना दल ने दोनों सीटों के लिए प्रत्याशी तय कर दिए हैं।
छानबे सीट से राहुल कोल की पत्नी रिंकीं कोल को प्रत्याशी बनाए जाने की पूरी संभावना है। जबकि, स्वार सीट के लिए उम्मीदवार के चयन पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है। चूंकि बृहस्पतिवार को ही नामांकन का अंतिम दिन है, इसलिए दोनों सीटों के उम्मीदवारों की अधिकृत घोषणा कभी भी हो सकती है।
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बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में हुए समझौते के तहत दोनों सीटें अपना दल (एस) को दी गई थीं। इसलिए, उप चुनाव में भी इन सीटों पर अपना दल ने दावेदारी पेश की थी। पहले तो स्वार सीट पर भाजपा खुद चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन बाद में तय हुआ कि दोनों सीटों पर अपना दल ही चुनाव लड़ेगा।
हालांकि, स्वार सीट को जीतना भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है, इसलिए वहां के चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी योगी सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को सौंपी गई है। वहीं, छानबे सीट के चुनाव की जिम्मेदारी अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल संभालेंगे।