केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के मोदी सरकार 2.0 का तीसरा बजट 2021-22 पेश करते हुए हेल्थकेयर सेक्टर के लिए बड़ी घोषणाएं करने की उम्मीद की जा रही है।
माना जा रहा है कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए सरकार बजट में तगड़े उपायों की घोषणा करेगी। औद्योगिक संगठन एसोचैम और प्राइमस पार्टनर्स के सर्वे में शामिल करीब 40 फीसदी लोगों का मानना है कि बजट आवंटन में सबसे बड़ा हिस्सा हेल्थकेयर सेक्टर को मिलेगा। उनका कहना है कि सरकार मौजूदा माहौल को देखते हुए इस सेक्टर को शीर्ष प्राथमिकता पर रखेगी।
सर्वे में शामिल 14.7 फीसदी लोगों का मानना है कि वित्त मंत्री सीतामरण दूसरे नंबर पर मैन्युफैचरिंग सेक्टर पर ध्यान देंगी। इसके बाद 11.4 फीसदी लोगों के मुताबिक बजट आवंटन के मामले में एमएसएमई को तीसरे नंबर पर रखा जाएगा। वहीं, 10.7 फीसदी का मानना है कि चौथे नंबर पर रियल एस्टेट सेक्टर और 9.6 फीसदी के मुताबिक पांचवें नंबर पर इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर ध्यान दिया जाएगा।
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सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 ने पूरी दुनिया के हेल्थकेयर सिस्टम की परीक्षा ले ली है। भारत में सरकार के त्वरित फैसलों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के अथक प्रयासों की वजह से हालात पर काबू पा लिया गया है। इस दौरान हेल्थकेयर सेक्टर की खामियां और भविष्य के लिए जरूरी तैयारी भी उभरकर सामने आई।
सर्वे में शामिल 67.3 फीसदी लोगों को उम्मीद है कि सरकार हेल्थकेयर और फार्मा सेक्टर को मजबूत करने के लिए प्राइमरी हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाएगी। वहीं, 62.9 फीसदी लोगों का कहना था कि सरकार को नए प्राइमरी हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार करने के लिए निवेश करना चाहिए। इस दौरान 79.3 फीसदी लोगों ने कहा कि मौजूदा हालात में सरकार को आयकर की दरों में कटौती करनी चाहिए।