उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दलित रेप पीड़िता का बुधवार देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतका के भाई ने मुखाग्नि दी। इस मौके पर पूरे गांव की आंखें नम दिखीं। उधर, शासन ने सीओ अतुल कुमार चौबे को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने दलित रेप पीड़िता के मामले में कार्रवाई नहीं की थी।
बता दें अब तक एसएसपी, बुलंदशहर मामले में 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं। दलित रेप पीड़िता ने दबंगों की धमकियों के चलते खुद को आग के हवाले किया था। बुधवार को पीड़िता ने दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा था। उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान पूरा गांव छावनी में तब्दील रहा। जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को 3 लाख 75 हजार की राहत धनराशि दी गई।
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मामले में 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें संजय, काजल, बनवारी, बदन सिंह, वीर सिंह, जशवंत सिंह, गौतम के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है। रेप के आरोपी के चाचा, चाची सहित 7 के खिलाफ धारा 147, 506, 452, 307 IPC व SC/ST एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज हुई है। जहांगीराबाद कोतवाली पुलिस ने ये कार्रवाई की है।
इस मामले में पुलिस ने अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन धमकी देने वाले 2 आरोपी अभी भी फरार हैं। दोनों आरोपियों (चाचा-चाची) को गिरफ्तार करने के लिए कई राज्यों में पुलिस को भेजा गया है।
पुलिस उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर जेल भेज देगी, फिलहाल गांव में पुलिस फोर्स तैनात है।