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पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल कोठियों पर चला बुलडोजर

haji iqbal

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सहारनपुर। पूर्व एमएलसी और खनन माफिया हाजी इकबाल (Haji Iqbal) पर प्रशासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। दोनों भाइयों की अवैध संपत्ति पर मंगलवार को भी बड़ी कार्रवाई हुई।  जिले के जनकपुरी थाना क्षेत्र में खनन माफिया हाजी इकबाल के चार आलीशान मकानों को विकास प्राधिकरण की टीम के साथ मौजूद भारी पुलिस की उपस्थिति में गिरा दिया है। यह कार्रवाई बीते दिन से प्रभावित होकर आज भी देर शाम तक चली है। हाजी इकबाल (Haji Iqbal) का एक मकान पूरी तरीके जमींदोज कर दिया गया है, जबकि हाजी इकबाल के भाई महमूद यह मकान का एक बड़ा हिस्सा भी प्राधिकरण की टीम ने तोड़ दिया है। प्रशासनिक आंकड़ों की माने तो आज एक बार और उसके परिवार पर हुई बुलडोजर की यह कार्रवाई में गिराई गई संपत्ति की कीमत 15 करोड़ आंकी गई है।

विशेष बात यह रही कि जिस समय प्राधिकरण की कार्रवाई चल रही थी उस समय परिजनों की ओर से वहां कोई मौजूद नहीं था। प्रशासन ने दोनों भाइयों की न्यू भगत सिंह कॉलोनी में स्थित तीन बड़ी कोठियों पर बुलडोजर चला दिया। इनमें सोमवार को हाजी इकबाल की दो कोठियों के अवैध हिस्सों को गिराया गया, जबकि महमूद अली की एक कोठी मंगलवार को पूरी तरह जमींदोज की गई, इस कोठी पर पहले दिन करीब 30 फीसदी ही कार्रवाई हो सकी थी। बेनामी संपत्ति की जांच में सामने आया है कि हाजी इकबाल ने अपने नौकर नसीम के नाम पर 600 बीघा जमीन कर रखी थी।  हाजी इकबाल उसके भाई महमूद और उनके तीन पुत्र सहित नौकर के खिलाफ थाना मिर्जापुर में दर्जनों मामले दर्ज है। अभी तक हाजी इकबाल और उसका भाई महमूद पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जबकि हाजी इकबाल के तीन पुत्रों व उसके नौकर को पुलिस न पुलिस ने हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। उन पर गैंगस्टर की भी कार्रवाई की गई है।

हाजी इकबाल (Haji Iqbal) व उसके भाई महमूद पर भी गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है, लेकिन पुलिस का शिकंजा अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं कर पायी है। इससे पूर्व भी हाजी इकबाल की 125 करोड़ की संपत्ति को सहारनपुर पुलिस द्वारा कुर्क किया गया है। हैरत की बात यह है कि नौकर के नाम पर तीन चीनी मिलें भी हैं। जिनको कुर्क करने की प्रक्रिया में जिला प्रशासन की टीमें लगी हुई है। जल्द ही चीनी मिलों पर भी कार्रवाई हो सकती है। मंगलवार सुबह से ही पुलिस प्रशासन की टीम भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गई और कार्रवाई शुरू कराई।

पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल (Haji Iqbal) पर आरोप है कि उन्होंने धोखाधड़ी से सरकारी जमीन के पट्टों को अपने नौकरों, बेटों, सहयोगियों, मुंशी आदि के नाम करा दिए थे। इसके अलावा अपने ही एजुकेशन ट्रस्ट के नाम पर भी सरकारी जमीन नाम की गई हैं। कुल 107 करोड़ की कीमत की 125 संपत्तियों को दूसरों के नाम किया गया हैं। शुरूआत में जिला प्रशासन ने 21 करोड़ और फिर बाद में 107 करोड़ की संपत्तियों को कुर्क किया गया था।

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हाजी इकबाल की ग्लोकल यूनिवर्सिटी प्रशासन की रडार पर है। हाजी इकबाल और उसके पुत्रों एवं भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली पर अवैध खनन, भूमि कब्जाने, अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने सहित कई आरोपों में मामले दर्ज हैं।  हाजी इकबाल की एक कोठी करीब 450 वर्ग गज में बनी है, जो तीन मंजिला है। इसी के बगल में बनी एक और दो मंजिला कोठी पर भी कार्रवाई की गई है। महमूद अली की करीब 500 वर्ग गज की दो मंजिला कोठी इनमें सबसे शानदार थी, जहां लोगों का सबसे अधिक आना-जाना था। इस पर भी प्रशासन ने मंगलवार को बुलडोजर चलवाकर पूरी तरह जमींदोज कर दिया।

पिछले दिनों हाजी इकबाल पर एक महिला ने दुष्कर्म के आरोप में थाना मिजार्पुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके साथ ही डेढ़ माह पूर्व प्रशासन ने हाजी इकबाल की 21 करोड़ की बेनामी संपत्ति कुर्क की थी। गैंगस्टर में वांछित हाजी इकबाल के पुत्र अलीशान, जावेद और अफजाल को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि एक बेटा वाजिद और हाजी इकबाल का भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली वांछित चल रहा है। अब प्रशासन की रडार पर हाजी इकबाल की ग्लोकल यूनिवर्सिटी भी आ गई है, जिसको जल्द कुर्क किया जा सकता है।

ये मुकदमे हैं दर्ज

-छह जुलाई 2019 में किरण मनचंदा पत्नी सुनील मनचंदा निवासी गुरुग्राम हरियाणा द्वारा वाहिद, रविंद्र, हाजी मोहम्मद इकबाल और चार अज्ञात के खिलाफ बंधक बनाने, लूट, गाली-गलौज करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

-सात जुलाई 2019 में ही बेहट तहसील के गांव शफीपुर निवासी सविता पत्नी मेघराज के द्वारा जमीन कब्जाने के आरोप में हाजी मोहम्मद इकबाल, बेटे वाजिद, जावेद, आलीशान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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-20 सितंबर 2019 ग्लोकल मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक एवं हाजी मोहम्मद इकबाल के बेटे मोहम्मद वाजिद के खिलाफ एमआईसी के मानकों को पूरा न करने, निर्धारित फीस से अधिक फीस वसूलने और दूसरे वर्ष की परीक्षा में एमबीबीएस छात्रों को वंचित रखने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

कौन हैं हाजी इकबाल (Haji Iqbal)

हाजी इकबाल (Haji Iqbal) पूर्व एलएलसी तथा खनन माफिया हैं। जांच में सामने आया कि कभी सहारनपुर के मिजार्पुर क्षेत्र में परचून की दुकान चलाने वाले हाजी इकबाल ने अवैध खनन कर अकूत संपत्ति अर्जित की। मायावती सरकार में कौड़ियों के दाम पर बिकीं कई चीनी मिलों को कागजी कंपनियां बनाकर खरीदने का आरोप हाजी इकबाल पर है। देश की कई बड़ी जांच एजेसियां हाजी इकबाल द्वारा कमाई गई दौलत की जांच कर रही हैं, इसके अलावा सहानपुर के विभिन्न थानों में हाजी इकबाल पर गैंगस्टर, सरकारी जमीन कब्जाने तथा दुष्कर्म जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। हाजी इकबाल के गैंग में उसके तीनों बेटे भी शामिल हैं।

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