लखनऊ। उत्तराखंड (Uttarakhand) कैडर के पूर्व आईएएस और आय से अधिक संपत्ति के मामले में फंसे एलडीए के पूर्व सचिव राम बिलास यादव (Ram Vilas Yadav) की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गयी है। राम बिलास की पत्नी कुसुम के नाम से सीतापुर रोड पर निर्माणाधीन परिसर जांच में अवैध निकला और देहरादून विजिलेंस टीम की कार्रवाई के बाद ही एलडीए ने जांच के बाद कॉम्प्लेक्स को सील करने का आदेश दिया था। लेकिन अब इस पर योगी सरकार का बुलडोजर चलाने की तैयारी है। क्योंकि इसे गिराने का आदेश पारित कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक प्राधिकरण और एलडीए (LDA) के अंचलाधिकारी ने राम बिलास की पत्नी के नाम पर रखे गए परिसर को भी ध्वस्त करने का नोटिस दिया है।
गौरतलब है कि राम बिलास (Ram Vilas) एलडीए में सचिव रह चुके हैं और उन्होंने इस दौरान कई बेनामी संपत्तियां अर्जित की है। इसके साथ ही माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की इमारत को बनाने की मंजूरी थी। हालांकि अंसारी को बंगले को तोड़ दिया गया है। इस मामले में देहरादून विजिलेंस टीम ने जांच की पुष्टि होने के बाद ही एफआईआर दर्ज की थी औक इसके बाद से राम बिलास पर शिकंजा कसता रहा। असल में 11 जून को लखनऊ में कई दस्तावेजों की जांच करने के बाद ही लग रहा था कि राम बिलास के खिलाफ और कार्रवाई की जाएगी और इसके बाद राम बिलास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
लखनऊ में अवैध निर्माण पर चलेगा बुलडोजर
जानकारी के मुताबिक जांच में उसकी संपत्तियों की तलाशी का काम जारी था और इसी बीच राम बिलास यादव की पत्नी कुसुम के नाम से सीतापुर रोड पर बने परिसर पर एलडीए की नजर टेढ़ी हो गई। एलडीए ने जब इसकी जांच कराई तो जांच में यह कॉम्प्लेक्स अवैध पाया गया और अब इसे गिराने का आदेश जारी किया गया।
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कोर्ट ने रिटायर्ड आईएएस रामबिलास यादव को जमानत नहीं दी और फिलहाल उन्हें जेल में रहना होगा। असल में आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार पूर्व आईएएस अधिकारी रामबिलास यादव को बुधवार को विजिलेंस कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया था। हालांकि अभी तक विजिलेंस के सामने रामबिलास की पत्नी और बेटा-बेटी पेश नहीं हुए और उन्हें कई बार नोटिस दिया जा चुका है। एसएसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि कोर्ट ने रामबिलास को 14 दिन के लिए और जेल भेजने का आदेश दिया है।
एलडीए से मांगा राम बिलास (Ram Vilas) के रिश्तेदारों की संपत्ति का ब्योरा
उत्तराखंड की विजिलेंस की टीम ने एलडीए के पूर्व सचिव राम बिलास यादव और उनके परिवार के अन्य सदस्यों की संपत्तियों का ब्यौरा एलडीए से मांगा है। एलडीए में राम बिलास की संपत्ति खोजने के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं। जांच में राम बिलास यादव और उनके परिवार के सदस्यों के नाम और अन्य संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली है। विजिलेंस ने उनके भवन, वाणिज्यिक भूखंड, परिसर और अन्य दस्तावेजों के बारे में पूरी रिपोर्ट मांगी है।