पानीपत से बिहार जा रही स्लीपर बस डिवाइडर से टकरा कर पलट गई। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि चालक समेत 50 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 13 लोगों को ज्यादा चोट लगी है। घायलों को यूपीडा एंबुलेंस से सीएचसी भेजा गया। कुछ घायलों का मौके पर ही एंबुलेंस में उपचार किया गया।
नई दिल्ली के थाना दरबारी कालोनी के बस चालक सुरेंद्र सिंह (34) हरियाणा के पानीपत से स्लीपर बस लेकर बिहार जा रहे थे। बस में बिहार के समस्तीपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर समेत पांच जिलों के 150 श्रमिक सवार थे। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर थाना तालग्राम के निकवा टोला प्लाजा के पास रविवार दोपहर करीब ढाई बजे बस डिवाइडर से टकराकर बिजली के पोल तोड़ती हुई सौ मीटर दूर जाकर पलट गई।
इससे बस में चीख पुकार मच गई। सूचना पर थाना प्रभारी कृष्णलाल पटेल, एनसीसी (नागर्जुना कंस्ट्रक्शन कंपनी) गश्ती दल और यूपीडा, साकार ग्लोवल की टीमें मौके पर पहुंची। शीशे तोड़कर बस में फंसी सवारियों को बाहर निकला गया। चालक समेत 14 लोगों को ज्यादा चोट लगी थी
मिताली की नाबाद पारी की बदौलत भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड को दी पटखनी
सभी को सीएचसी भेजा गया। तीन लोगों को मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर किया गया, वहां समस्तीपुर जिले के मुड़ियारी गांव की रहने वाली सरिता (28) पत्नी केशव पासवान की मौत हो गई। स्लीपर बस को क्रेन की मदद से थाने में खड़ा करा दिया गया।
दरभंगा बिहार निवासी अर्जुन मुखिया (35), दरभंगा थाना कनौली बगाह निवासी जयनारायण पासवान (40), अंबेडकर नगर थाना हसनपुर पलिया नूरपुर निवासी रोहित सिंह (27), रियासीन जंबू निवासी ओमप्रकाश (37), समस्तीपुर मुडयारी निवासी विजय (35), श्यामू (13) पुत्र विजय, सौम्या (26) पत्नी अरुण, मुजफ्फरपुर निवासी विपलेश चंद्र (28), विनोद (28), रुसरा निवासी बिशुनू पासवान (23), राजेंद्र पासवान (42) को ज्यादा चोट लगी है। ओमप्रकाश और सुरेंद्र को मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर कर दिया गया है।
समस्तीपुर हंसनापुर निवासी शंकर, गौतम पासवान ने बताया कि भूसेे की तरह बस भरी थी। बीच गैलरी में भी सवारियां बैठी थीं। करीब 150 लोग थे। चालक ने आगरा में बस रोककर शराब पी। वह नशे में था, इसलिए हादसा हो गया। थाना प्रभारी कृष्णलाल पटेल ने कुछ सवारियों को लखनऊ तक जाने वाली बस से भेज दिया। करीब सौ लोग शाम तक बस का इंतजार करते रहे। इस दौरान यात्री भूख और प्यास से एक्सप्रेसवे पर परेशान रहे। तालग्राम के युवा समाजसेवी उवैस खान ने लोगों को पानी के पाउच, बोतल और बिस्कुट दिया।