लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में तबाही मची हुई है। मन्दाकिनी नदी का जल स्तर लगातार विकराल रूप लेता जा रहा है। रविवार दोपहर रामघाट तट पर स्थित स्वामी मतगजेन्द्रनाथ शिव मंदिर के पास की दीवार गिरने से व्यापारी पिता-पुत्र दब गये।
स्थानीय लोगों और पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को गंभीर हालत में मलबे से निकाल कर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जानकारी मिलने पर सदर एसडीएम, पुलिस और प्रशासनिक अमले के साथ मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया।
धर्म नगरी चित्रकूट में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से मन्दाकिनी नदी समेत सभी नदी-नाले उफान पर है। उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के जंगलों और पहाड़ों पर हो रहीं मूसलाधार बारिश से मन्दाकिनी नदी रौद्र रूप लेती जा रही है। रामघाट तट पूरी तरह से डूब गया है। प्रशासन द्वारा नदी की तलहटी पर बसे गांवों में अलर्ट जारी कर सभी से सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचने की अपील की जा रही है।
इसी बीच रविवार काे सीतापुर चौकी अंतर्गत रामघाट के समीप स्थित मत्यगेंद्रनाथ मंदिर के पास स्थित एक पुरानी दीवार अचानक ढह गई। जिसमें कपड़ा व्यापारी नीरज केसरवानी (45) और उनका पुत्र ओम केसरवानी (12) दब गये। जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गईं।
स्थानीय लोगों और चौकी प्रभारी रामवीर सिंह की टीम ने कड़ी मशक्कत से मलबे में दबे पिता-पुत्र को निकाल कर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां स्थित गंभीर होने पर चिकित्सको में प्रयागराज मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया है। दीवार ढहने की घटना से पूरा इलाका दहशत में है। घटना की सूचना पर पहुंची सदर एसडीएम पूजा यादव ने घटना स्थल का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि पुरानी दीवार ढहने से यह हादसा हुआ है। गंभीर चोट आने के कारण दोनों को प्रयागराज मेडिकल कालेज रेफर किया गया है।