नई दिल्ली| देश के छोटे शहरों से भी सोने में निवेश को लेकर रुझान तेजी से बढ़ा है। भौतिक सोने (ज्वैलरी व सिक्के) की खरीदारी ऊंची कीमत के कारण नहीं करने वाले छोटे निवेशक अब डिजिटल गोल्ड में निवेश कर रहे हैं। इस बदलाव को लाने में अहम भूमिका मोबाइल वॉलेट कंपनियों ( गूगल पे, पेटीएम, फोन पे अमेजन पे आदि) की है। इन कंपनियों द्वारा छोटे निवेश से डिजिटल गोल्ड में निवेश का विकल्प देने से यह परिर्वतन आया है।
पेटीएम की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, अब तक उसके प्लेटफॉर्म पर 7.30 करोड़ से अधिक लोगों ने डिजिटल गोल्ड खरीदा है। इनमें से लगभग 40 फीसदी खरीदार छोटे शहरों और कस्बों से हैं, जो दर्शाता है कि अब देश भर में लोग डिजिटल गोल्ड को एक गंभीर निवेश विकल्प के रूप में मान रहे हैं।
कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, डिजिटल गोल्ड में छोटे निवेश से शुरुआत, सोने की शुद्धता की गारंटी और बाजार के मौजूदा भाव पर खरीद-बिक्री का विकल्प इसे एक बेहतर निवेश माध्यम बनाने का काम कर रहा है। सोने की खरीदारी करना अब तक छोटे निवेशकों के बस में नहीं था लेकिन इससे संभव हो पाया है। इससे आने वाले दिनों में डिजिटल गोल्ड में निवेश के प्रति रुझान और तेजी से बढ़ेगा।
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भौतिक सोना बनाम डिजिटल गोल्ड
डिजटल गोल्ड: सस्ता और फायदेमंद
- 01 रुपये में सोने खरीदने की पेशकश कर रहे पेटीएम समेत कई ई-वॉलेट
- 02 से तीन फीसदी तक शुल्क रखरखाव-और खरीद-बिक्री का डिजिटल गोल्ड में
- 03 फीसदी जीएसटी ई-गोल्ड की खरीदारी पर चुकाना पड़ता है
ज्वैलरी या सिक्का खरीदना मुश्किल
- 03 फीसदी सोने पर जीएसटी के रूप में लगता है टैक्स
- 05 पांच फीसदी सोने की ज्वेलरी के मेकिंग चार्ज पर जीएसटी के रूप में टैक्स
- 10 से 12 फीसदी मेकिंग चार्ज सोनार लेते हैं सोने के गहने पर
- 01 ग्राम सोना खरीदने के लिए कम से कम अभी 5000 रुपये की जरूरत