नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रमंडल खेल-2030 (Commonwealth Games) की मेजबानी के लिए भारत की दावेदारी को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट ने विश्व स्तरीय स्टेडियम, अत्याधुनिक अभ्यास सुविधाओं और खेल संस्कृति को देखते हुए अहमदाबाद को आदर्श मेजबान शहर बताया।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की सहमति के बाद यह फैसला लिया गया। भारत ने औपचारिक रूप से दावेदारी जताने वाला पत्र जमा कर दिया है। बोली जमा करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त है और आईओए अगले 48 घंटे में प्रक्रिया पूरी कर सकता है। भारत ने इससे पहले 2010 में दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) की मेजबानी की थी।
कैबिनेट का फैसला
कैबिनेट के अनुसार, युवा कार्य और खेल मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए जरूरी गारंटी के साथ मेजबान सहयोग समझौते (एचसीए) पर हस्ताक्षर करने का भी निर्णय लिया गया। साथ ही बोली स्वीकार होने पर गुजरात सरकार को अनुदान सहायता प्रदान करने पर सहमति बनी है।
अहमदाबाद को आदर्श मेजबान बताया
अहमदाबाद को आधुनिक सुविधाओं और विश्व स्तरीय खेल संरचना वाले शहर के रूप में स्थापित किया गया है। यहां स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जहां आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 का फाइनल खेला गया था। यदि भारत की बोली सफल होती है तो 72 देशों के एथलीट इसमें भाग ले सकते हैं।
आर्थिक और सामाजिक लाभ
सरकार का मानना है कि इस आयोजन से स्थानीय व्यवसायों को सीधा लाभ मिलेगा। खेलों की मेजबानी न केवल खेल उत्कृष्टता का मंच प्रदान करेगी, बल्कि पर्यटन, रोजगार और खेल विज्ञान, इवेंट मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स, प्रसारण, आईटी और संचार जैसे क्षेत्रों में नए अवसर भी पैदा करेगी।
मंत्रिमंडल ने कहा कि यह आयोजन देश के युवाओं को पेशेवर रूप से खेलों में आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा। साथ ही, ऐसे प्रतिष्ठित आयोजन से राष्ट्रीय स्तर पर साझा अनुभव बनेगा और खेलों में अधिक भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा। यदि भारत बोली में सफल होता है तो यह राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का दूसरा मौका होगा।