मोदी सरकार – 2 के दो साल पूरे होने के बाद पहली बार केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव किया जा रहा है। विस्तार से पहले ही रमेश पोखरियाल निशंक, संतोष गंगवार और देबोश्री चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं ऐसा माना जा रहा है कि आज बुधवार शाम को 5 बजे एक लिस्ट जारी होगी और 6 बजे केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव होना है।
माना जा रहा है कि नई कैबिनेट में कई युवा चेहरों को मौका मिल सकता है। साथ ही अगले साल जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है उसकी छाप भी कैबिनेट विस्तार में मिल सकती है। इसके अलावा कई नेताओं की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक खत्म हो गई है। शाम को होने वाले कैबिनेट विस्तार से पहले कई मंत्रियों की कैबिनेट से छुट्टी भी कर दी गई है। संतोष गंगवार, रमेश पोखरियाल निशंक, सदानंद गौड़ा, देबोश्री चौधरी, थावरचंद गहलोत की कैबिनेट से छुट्टी हो गई है।
मोदी कैबिनेट विस्तार: शिक्षा मंत्री निशंक के बाद संतोष गंगवार ने भी दिया इस्तीफा
कैबिनेट विस्तार में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के अलावा कुछ मंत्रियों का प्रमोशन भी हो सकता है। अनुराग ठाकुर, पुरुषोत्तम रुपाला और जी. किशन रेड्डी को कैबिनेट में बड़ी ज़िम्मेदारी मिल सकती है। वहीं, बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, अजय भट्ट, कपिल पाटिल, शांतनु ठाकुर, पशुपति पारस, नारायण राणे, मीनाक्षी लेखी, शोभा करांडलजे, अनुप्रिया पटेल, हिना गावित, अजय मिश्रा पीएम आवास पर उनसे मिलने पहुंचे हैं। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी नेता बीएल संतोष भी पीएम आवास पर मौजूद रहे।
कई दिनों से चल रही थी कैबिनेट विस्तार की हलचल
पिछले कई दिनों से कैबिनेट विस्तार को लेकर हलचल चल रही थी। लगातार कई नाम सामने आ रहे थे, कई नेताओं का दिल्ली भी आना हुआ है। अब आज शाम को सारे सस्पेंस से पर्दा उठने की उम्मीद है। मंत्रिमंडल में कई नए नामों को शामिल किया जा सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि करीब 20 नए मंत्री इस बार मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। साथ ही कई लोगों के मंत्रालय भी बदले जा सकते हैं।
कैबिनेट विस्तार से पहले निशंक ने दिया इस्तीफा, देबोश्री से मांगा इस्तीफा
किनको मिल सकता है मौका?
मोदी कैबिनेट में इस बार कई युवा चेहरों को जगह मिल सकती है। बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र के दिग्गज नेता नारायण राणे के कैबिनेट में शामिल होने की अटकलें तेज़ हैं। बिहार में बीजेपी के साथ सत्ता साझा करने वाली जदयू भी कैबिनेट का हिस्सा बन सकती है। बिहार से ही पशुपति पारस के भी कैबिनेट में शामिल होने की उम्मीद है।
बदलाव का क्या है फॉर्मूला ?
2022 में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है, जिसमें उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सबसे अहम है। ऐसे में कैबिनेट विस्तार में चुनावी राज्यों पर फोकस किया जा रहा है, इसके अलावा क्षेत्रीय और जातीय समीकरण भी देखे जा रहे हैं। इस बार कई एससी, ओबीसी नेताओं को मौका मिल सकता है, साथ ही युवाओं पर बल दिया जा रहा है।