प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली स्थित कैग हेडक्वार्टर में पहले ऑडिट दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब देश में ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था। ‘कैग बनाम सरकार’, ये हमारी व्यवस्था की सामान्य सोच बन चुकी थी, लेकिन आज इस मानसिकता में बदलाव आया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जाता है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि एक संस्थान के रूप में कैग अपने आप में एक विरासत है। इसकी रक्षा करना और इसे बेहतर बनाना हर पीढ़ी का कर्तव्य है। यह एक बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि एक संस्था के रूप में कैग न केवल देश के खातों का हिसाब किताब चेक करता है, बल्कि प्रोडक्टिविटी में एफिशिएंसी में वैल्यू एडिशन भी करता है। इसलिए ऑडिट दिवस और इससे जुड़े कार्यक्रम हमारे चिंतन मंथन, हमारे सुधारों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मोदी ने कहा कि कैग नियमित रूप से राजकोषीय घाटे और सरकारी खर्च के बारे में चेतावनी देता था। हमने इन चेतावनियों को सकारात्मक तरीके से लिया और अप्रयुक्त व कम उपयोग वाले तत्वों से कमाई करने का निर्णय लिया। ऐसे कई फैसलों से भारत की अर्थव्यवस्था फिर से रफ्तार पकड़ रही है।
पीएम मोदी से पहले सपाइयों ने किया पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का ‘उद्घाटन’, चलाई साइकिल
उन्होंने कहा कि पहले देश के बैंकिंग सेक्टर में पारदर्शिता की कमी के चलते तरह तरह की प्रैक्टिस चलती थीं। इसका परिणाम ये हुआ कि बैंको के एनपीए बढ़ते गए। लेकिन हमने पूरी ईमानदारी के साथ पिछली सरकारों का सच देश के सामने रखा। हम समस्याओं को पहचानेंगे तभी तो समाधान तलाश कर पाएंगे।