नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पुत्र रनिंदर सिंह गुरुवार को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के कथित उल्लंघन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय के जालंधर कार्यालय में पेश हुए। वह अपने वकील और कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे।
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ईडी ने कथित तौर पर विदेश में अघोषित संपत्ति रखने के संबंध में फेमा के तहत एजेंसी द्वारा दर्ज एक मामले में रनिंदर को समन जारी किया था। इससे पहले रनिंदर 27 अक्टूबर और छह नवंबर को ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे।
ईडी ने 2016 में रनिंदर से पूछताछ की थी और उनसे स्विटरजरलैंड में धन के कथित अंतरण और ब्रिटिश वर्जिन द्वीपसमूह में एक न्यास और कुछ सहायक संस्थाएं खोलने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया था।
विदेश में कथित रूप से संपत्ति होने के मामले की पहले आयकर विभाग ने जांच की थी। इससे पहले रनिंदर सिंह ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया था। प्रवर्तन निदेशालय रणइंदर के विदेश में बैंक खातों और ब्रिटिश आइलैंड में ट्रस्ट बनाने के मामले की जांच कर रहा है।
ईडी ने पहली बार वर्ष 2016 में रणइंदर सिंह को समन भेजा था। विदेशी बैंकों के खातों में रुपये हस्तांतरित करने का यह मामला 15 साल पुराना है। तभी से जांच एजेंसियां पूछताछ में जुटी हैं लेकिन अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई हैं। आयकर विभाग ने लुधियाना में इस संबंध में फेमा (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया है।