नई दिल्ली। कांग्रेस में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव को लेकर बहस तेज है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने पार्टी को अब कांग्रेस अध्यक्ष चुनने के लिए कहा है। हालात ये हैं कि इस मुद्दे पर कांग्रेस दो हिस्सों में बंटी हुई नजर आ रही है।
कांग्रेस का एक हिस्सा नेतृत्व सहित संगठन में बड़े पैमाने पर बदलाव की मांग कर रहा है। तो वहीं दूसरा हिस्सा गांधी परिवार को चुनौती देने को गलत बता रहा है। अब पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस नेताओं द्वारा गांधी परिवार के नेतृत्व को दी जा रही चुनौती का विरोध किया है।
रविवार को पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि ये समय इस तरह के मुद्दों को उठाने का नहीं है। सोनिया गांधी जब तक चाहें उन्हें अध्यक्ष बने रहना चाहिए। उनके बाद राहुल गांधी को कमान संभालनी चाहिए, जो पूरी तरह सक्षम हैं।
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कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ये वक्त बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के खिलाफ एक साथ खड़े होने का है। विपक्ष को मजबूत करने का है। केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार ने देश के संवैधानिक और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को ध्वस्त कर दिया है।
अमरिंदर सिंह ने विपक्ष को एकजुट करने की सलाह देते हुए कहा कि एनडीए सरकार इसलिए कामयाब हो रही है, क्योंकि वर्तमान में हम सब एक नहीं है। संकट की इस घड़ी में सबको एक साथ आने की जरूरत है। अमरिंदर सिंह ने कहा ये वक्त पार्टी में बड़े पैमाने पर फेरबदल की मांग का नहीं है। इस तरह के कदम पार्टी और राष्ट्र के हितों के लिए नुकसानदायक साबित होंगे।
सोनिया ने छोड़ा कांग्रेस का अंतरिक अध्यक्ष पद!, बोलीं- सब मिलकर चुनें नया प्रमुख
हालांकि खबर यह भी मिल रही है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने पद से इस्तीफा देने वाली हैं। उन्होंने पार्टी के नेताओं से अपील की है कि वह कांग्रेस का नया प्रमुख चुन लें।
बता दें कि कई कांग्रेसी नेताओं ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था जिसमें नेतृत्व परिवर्तन की मांग की गई थी। हालांकि पार्टी ने इस तरह के किसी भी पत्र से इनकार किया है। पार्टी ने कहा है कि 24 अगस्त को होने वाली कार्य समिति की बैठक में मौजूदा राजनीतिक हालातों पर चर्चा होगी। इसके बाद से ही नेतृत्व परिवर्तन पर चर्चाओं ने जोर पकड़ा हुआ है।