पंजाब कांग्रेस में अंतर्कलह दूर करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक बार फिर से तीन सदस्यी खड़गे पैनल के सामने पेश हो पड़ा। तीन घंटे तक चली इस बैठक में कैप्टन ने पंजाब कांग्रेस में चल रहे विवाद के लिए पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की बयानबाजी को जिम्मेदार ठहराया।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कैप्टन ने कहा कि सारे फसाद की जड़ सिद्धू ही है। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू के साथ उन्होंने कई बार मतभेद मिटाने की कोशिश की लेकिन वे खुद ही सारे दरवाजे बंद करने पर आमादा हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कैप्टन ने यह भी कहा कि इन हालात में सिद्धू को कोई भी पद नहीं दिया जा सकता। उधर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा है कि सिद्धू अपने स्टाइल में बैटिंग कर रहे हैं उन्होंने पार्टी के खिलाफ ऐसा कुछ भी नहीं कहा है। रावत ने पंजाब कांग्रेस में बड़े फेरबदल के भी संकेत दिया है।
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पार्टी सूत्रों के अनुसार तीन सदस्यी कमेटी ने सरकार और पार्टी के लिए दिए गए बयान पर भी कड़ा संज्ञान लिया है। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू के बयानों से आगामी चुनाव में नुकसान होने की संभावना है। उन्होंने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी से भी मुलाकात की। बताया जा रहा है कि सिद्धू की बयानबाजी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी नाराज हैं।
उन्होंने पार्टी के नेताओं का हिदायत दी है कि वे इस तरह की बयानबाजी न करें जिससे पार्टी को नुकसान हो। उन्होंने कहा कि यदि किसी को नाराजगी है तो वह अपना पक्ष पंजाब प्रभारी या कांग्रेस हाईकमान के समक्ष रख सकता है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पीपीसीसी प्रधान सुनील जाखड़ और नवजोत सिद्धू को राहुल गांधी से मीटिंग के लिए बुलाया गया है। इन नेताओं के साथ राहुल गांधी से आज मुलाकात होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।