वाराणसी। चर्चित अवधेश राय हत्याकांड प्रकरण में मुकदमे से संबंधित मूल पत्रावली गायब है। मूल केस डायरी गायब कराने के मामले में माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के खिलाफ कैंट थाने में बुधवार की रात मुकदमा दर्ज कराया गया। कचहरी पुलिस चौकी प्रभारी की तहरीर पर दर्ज मुकदमे में आरोप है कि माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) ने साजिश के तहत मूल पत्रावली गायब करा दी है।
अवधेश राय हत्याकांड की सुनवाई वाराणसी के विशेष न्यायाधीश एमपी एमएलए सियाराम चौरसिया की अदालत में चल रही है। मूल पत्रावली के गायब होने पर छाया प्रति पर ही केस की सुनवाई हो रही है।
दो दिन पहले इस केस में हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) ने साक्ष्यों के मूलपत्रों की बजाय छाया प्रति के आधार पर ट्रायल चलाने पर आपत्ति उठाई है। वाराणसी सत्र न्यायालय के आदेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती देकर ट्रायल पर रोक लगाने की मांग की है।
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बताते चलें कि, तीन अगस्त 1991 को लहुराबीर में अवधेश राय की हत्या उनके आवास के दरवाजे पर कर दी गई थी। राय के भाई अब कांग्रेस नेता पूर्व विधायक अजय राय ने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari), पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह व राकेश न्यायिक समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
इस मामले में 22 जुलाई को सुनवाई होनी है। माना जा रहा है कि मुख्तार अंसारी ने अपने पहुंच के चलते आपराधिक षड्यंत्र रचकर मूल केस डायरी गायब करा दी है। इसके पीछे मुकदमे में अनुचित तरीके से लाभ लेना है। केस डायरी गायब होने की वजह से मुकदमे की पैरवी और ट्रायल में परेशानी हो रही है।