मुरादाबाद। समाजवादी पार्टी के प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के खिलाफ शनिवार को मुराबाद में मुकदमा दर्ज हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार मुरादाबाद के एक होटल में पत्रकारों की पिटाई के मामले में अखिलेश के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है। अखिलेश यादव के अलावा नामजद रिपोर्ट में 20 अज्ञात सपा कार्यकर्ताओ पर भी मुकदमा दर्ज है।
बता दें कि बीते गुरुवार को अखिलेश यादव की मुरादाबाद की एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जमकर बवाल हुआ था। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया। सपा कार्यकर्ताओं ने मीडियाकर्मियों के साथ जमकर मारपीट की। अखिलेश तय समय पर प्रेस कांफ्रेंस में दो घंटे की देरी से पहुंचे थे। आरोप है कि उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते समय आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। पत्रकारों ने जब उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पारिवारिक संबंध और आजम खान पर सवाल पूछा, तो उनका गुस्सा भड़क गया।
During a press conference (on March 11), journalists asked some questions regarding Azam Khan, at which Akhilesh Yadav got furious & said the journalists may get hurt. After which, his security guards & party workers attacked the journalists: Complainant Awdhesh Parashar pic.twitter.com/k8ghb6wnEr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 13, 2021
अखिलेश यादव को चुनाव के समय आजम खान की क्यूं आई याद : स्वामी प्रसाद मौर्य
सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों ने पत्रकारों के साथ की बदसलूकी
अखिलेश यादव के मंच से उतरने पर सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों ने पत्रकारों के साथ बदसलूकी शुरू कर दी थी। इस दौरान एक पत्रकार घायल होकर गिर गया। पत्रकार ने जब अखिलेश यादव से घटना की शिकायत की, तो अखिलेश यादव ने गुस्से में पत्रकारों पर बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगा दिया। अखिलेश यादव की मौजूदगी में कार्यकर्ता और सुरक्षागार्ड पत्रकारों से भिड़ गए और उन्हें दौड़ाकर पीटा।
सपा जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने भी पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने एबीपी न्यूज के उबैद उर रहमान, न्यूज 18 के पत्रकार फरीद शम्सी के खिलाफ धारा 160 /341/ 332/ 353/ 504/ 499/ 120 B के तहत मामला दर्ज कराया है।
सपा के जिलाध्यक्ष जय वीर सिंह यादव की तहरीर पर मीडियाकर्मी फरीद शम्सी और उवैद उर्रहमान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें सपा जिला अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि खुद को पत्रकार बताने वाले दो व्यक्तियों ने पूर्व मुख्यमंत्री का सुरक्षा घेरा तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की, जब उन्हें सुरक्षा गार्डों ने रोका तो उनके साथ मारपीट की गई।
इसके बाद फरीद खुद जमीन पर गिर गए और बेहोश होने का नाटक करने लगे। पुलिस अधीक्षक नगर अमित आनंद ने बताया कि दोनों ओर से केस दर्ज कर किए गए हैं। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। होटल के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी कब्जे में ली गई है।
ये एफ़आईआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक: अखिलेश यादव
समजावादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने मेरे ख़िलाफ़ जो एफ़आईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहां प्रकाशित कर रहे हैं। अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे। ये एफ़आईआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है।
उप्र की भाजपा सरकार ने मेरे ख़िलाफ़ जो एफ़आईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहाँ प्रकाशित कर रहे हैं।
अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे।
ये एफ़आईआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है। pic.twitter.com/50ddRQh0fs
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 13, 2021
सपा नेता बोले- पूरे प्रदेश की जेलें भर दी जाएंगी
सपा नेता आईपी सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सुरक्षा में एक बदमिजाज पत्रकार ने सेंध लगाई, वहां मारपीट की और अब उत्तर प्रदेश सरकार ने अखिलेश यादव पर ही मुक़दमा कर दिया? यह तानाशाही की पराकाष्ठा है, अब जनता को जवाब देना ही होगा। पूरे प्रदेश की जेलें भर दी जाएंगी। जय हिंद।
https://twitter.com/IPSinghSp/status/1370697514978971649
क्या अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है सरकार?
वहीं, पूर्व आईएएस सूर्यप्रताप साही ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अखिलेश यादव पर मुक़दमा? क्या अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है सरकार?
https://twitter.com/suryapsingh_IAS/status/1370732084898066433
विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता के तरफ से करारा जवाब मिलेगा : सर्वेश यादव
प्रदेश महासचिव समाजवादी छात्रसभा सर्वेश यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मुकदमा दर्ज कराए जाने पर कहा कि यह उसी कहातव को चरितार्थ करता है कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। उन्होंने कहा कि श्री यादव पर जानलेवा हमला करने वाले पत्रकार के भेष मे गुंडे जो सुरक्षा घेरा तोड़कर सुरक्षाकर्मी का गिरेबान पकड़े सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें काफी मशक्कत से काबू किया। उन माईक वाले गुंडों को स्वयं राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बचाया कार्यकर्ताओं को कुछ नहीं करने को कहा और वही गुंडे राष्ट्रीय अध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज कराएं हैं, अब तो पक्का हो गया ये गुंडे भाजपा के साजिश पर आएं थे। इसका विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता के तरफ से करारा जवाब मिलेगा।
जानें क्या है पूरा मामला?
अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुरुवार को पत्रकारों के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया था। आरोप था कि पत्रकारों को अखिलेश यादव के सुरक्षाकर्मियों ने धक्का देकर जमीन पर गिराया। इस दौरान एक टीवी चैनल का पत्रकार नीचे गिर गया और उसे चोट लग गई थी। मामले पर पत्रकारों का कहना था कि उन्हें सवाल पूछे जाने से भी रोका गया। दूसरी ओर, सपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था।
पत्रकारों की पिटाई पर कानून मंत्री ने सपा पर साधा निशाना
प्रदेश के न्यायमंत्री बृजेश पाठक ने शुक्रवार को मुरादाबाद में पत्रकारों की पिटाई की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में उनकी पार्टी के लोगों ने पत्रकारों पर प्राणघातक हमला किया है। पाठक ने कहा कि लाल टोपी लगाने वाले सभी लोग सामाजिक कार्यकर्ता नहीं हैं, इनमें गुंडे शामिल हैं जिनसे लोग सतर्क रहें।
उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह शर्म की बात है कि एक मुख्यमंत्री रह चुके शख्स की मौजूदगी में यह वारदात हुई। उन्होंने मुरादाबाद की इस घटना में चोटिल हुए कई पत्रकारों के नाम लेते हुए कहा कि इन पत्रकारों को सपा कार्यकर्ताओं के हमले में गंभीर चोटें आई हैं। श्री पाठक ने कहा कि हम इस घटना को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी सरकारी, हमारी पार्टी, हमारे मुख्यमंत्री व अन्य नेता मीडिया के साथ हैं और मुरादाबाद की इस घटना को प्रदेश और देश में ले जाएंगे।