मुंबई। महाराष्ट्र में CBI की एंटी करप्शन ब्रांच ने बड़ा खुलासा किया है। जांच एजेंसी ने नागपुर में आयकर विभाग के 9 अफसरों को गिरफ्तार किया है। इन अफसरों पर आरोप है कि उन्होंने साल 2012-14 में कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में अपनी जगह डमी उम्मीदवारों को बैठाया था। इस मामले में 2018 में केस दर्ज किया गया था। 4 साल बाद जांच में पुख्ता सबूत पाए जाने के बाद कार्रवाई की गई है।
जानकारी के मुताबिक, CBI की एसीबी ब्रांच ने नागपुर में 6 मार्च 2018 को केस दर्ज किया था। इसमें आरोपियों के खिलाफ धारा 120बी, 416, 417, 420, 464, 465, 468, 471, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 13(2) आर/डब्ल्यू 13(1)(डी) के तहत कार्रवाई की थी। आरोपियों में रिंकी यादव, आशुलिपिक (ग्रेड-II), सरिता, अनिल कुमार, राहुल कुमार, अभय कुमार, मुकेश कुमार, चंदन कुमार, मनोज कुमार, प्रदीप कुमार, मनीष कुमार और धर्मेंद्र कुमार का नाम था। आरोप था कि ये लोग कर्मचारी चयन आयोग द्वारा वर्ष 2012-14 में आयोजित भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे। इन लोगों ने परीक्षाओं में बैठने के लिए डमी उम्मीदवारों की व्यवस्था की और कर्मचारी चयन आयोग को गुमराह कर दिया। आरोपियों का आयकर विभाग में MTS और आशुलिपिक के पद के लिए चयन हुआ था।
मामला सामने आया तो जांच शुरू की गई। इन उम्मीदवारों की हैंडराइटिंग, सिग्नेचर और अंगूठे के निशान वाले पेपर और अन्य भर्ती कागजों का फॉरेंसिक एनालिसिस किया गया। जांच में पाया गया कि 12 में से 9 उम्मीदवार रिंकी यादव, अनिल कुमार, राहुल कुमार, अभय कुमार, मुकेश कुमार, चंदन कुमार, मनोज कुमार, प्रदीप कुमार और मनीष कुमार एसएससी एग्जाम में शामिल नहीं हुए थे। इन परीक्षाओं में उनकी ओर से डमी अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
16 दिसंबर तक हिरासत में भेजा गया
अब इस मामले में नागपुर में CBI की एंटी करप्शन टीम ने सोमवार को फर्जी उम्मीदवारों को बैठाने के आरोप में आयकर विभाग के सभी 9 अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 16 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।