अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले की जांच में एक नया खुलासा हुआ है। श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में लगे कई सीसीटीवी कैमरे खराब थे। मठ के प्रथम तल पर स्थित कमरे से नीचे आने के रास्ते में लगे महंत नरेंद्र गिरि के सीसीटीवी कैमरे का विजुअल सीबीआई को नहीं मिला है।
बताया गया कि जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला था, उस कमरे के बाहर लगा कैमरा भी खराब था। निरंजनी अखाड़े के सचिव रवीन्द्र पुरी के मुताबिक गौशाला को छोड़कर मठ के अगले हिस्से में कुल 16 कैमरे लगाए गए हैं।
फिलहाल सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर इस मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अपने कब्जे में ले ली है। गौरतलब है कि सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर विप्लव चौधरी और मुख्य जांच अधिकारी केएस नेगी के नेतृत्व में सीएफएसएल टीम 25 सितंबर से महंत नरेंद्र गिरि की मौत हत्या है या फिर आत्महत्या इसकी जांच कर रही है।
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सीबीआई मुख्य आरोपी स्वामी आनंद गिरि से पूछताछ करेगी। हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप। सीबीआई महंत नरेंद्र गिरि को हनी ट्रैप में फंसाने वाली कथित सीडी को लेकर करेगी इन तीनों से पूछताछ। सीडी की बरामदगी के लिए सीबीआई इन आरोपियों को मठ बाघम्बरी गद्दी भी ला सकती है।
इधर सीबीआई की टीम सोमवार को भी मठ बाघम्बरी में पहुंच कर जांच कर रही है। उसने अपनी जांच में अबतक महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से साक्ष्य जुटाए हैं। सेवादारों से विस्तृत पूछताछ की है और क्राइम सीन को रीक्रिएट किया है।