लखनऊ। सीबीआई (CBI) ने शुक्रवार को आलमबाग इलाके रेलवे विभाग के भण्डारण डिपो के उप मुख्य सामग्री प्रबंधक आलोक मिश्रा के कार्यालय व उनके सरकारी बंगले पर छापेमारी (raid) की। छापेमारी के दौरान सीबीआई अफसरों ने रेलवे के ठेकों से संबंधित कई दस्तावेज अपने कब्जे में लिये। इसके साथ ही आलोक मिश्रा के घर से लाखों रुपये भी बरामद हुए हैं। जांच दल उनके बैेक खातों की भी जांच कर रही है। छापेमारी की कार्रवाई देर शाम चलती रही।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक आलबाग भण्डारण डिपो में कई अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही थी। साथ वहां रेलवे के ठेकों में भी धांधली की शिकायतें की गयी थीं। इसी सिलसिले में शुक्रवार सुबह जांच टीम अचानक डिपोे पहुंंची और उन लोगों ने सीधे डिप्टी सीएमएम के कार्यालय पर छापा मारा।
बताया जा रहा है कि डिप्टी सीएमएम आलोक मिश्रा के दफ्तर पर छापा मारते ही जब सीबीआई अधिकारी उनका मोबाइल अपने कब्जे में लेने लगे तो आलोक मिश्रा और सीबीआई अफसरों के बीच तीखी झड़प भी हुई। काफी मशक्कत के बाद आलोक मिश्रा ने अपना मोबाइल फोन सीबीआई अफसरों को दिया। सूत्रों के मुताबिक उसी दौरान आलोक मिश्रा के दफ्तर में रेलवे यूनियन के एक पदाधिकारी भी बैठे थे, उनका भी मोबाइल फोन सीबीआई ने अपने कब्जे में ले लिया।
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छापेमारी के दौरान सीबीआई अधिकारियों ने आलोक मिश्रा के दफ्तर से कई दस्तावेज अपने कब्जे में लिये और उसके बाद उनके सरकारी बंगले में भी छापेमारी की। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान वहां से लाखों रुपये नकद व अन्य दस्तावेज बरामद हुए। सीबीआई ने इस दौरान उनके बैंक खातों का ब्यौरा भी खंगाला।
यहां बता दें कि आलोक मिश्रा की भण्डारण डिपो में ये दूसरी तैनाती है। इससे पहले भी वह यहां तैनात रह चुके हैं उनके बाद उनका तबादला रायबरेली स्थित रेलवे कोच फैक्ट्री में हो गया था लेकिन उसके बाद उनको यहां पुन: तैनाती मिली थी। फिलहाल इस छापेमारी से रेलवे विभाग में हड़पकम्प मचा हुआ है।
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सीबीआई का ये छापा बहुत गोपनीय था। जांच टीम के साथ लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस भी साथ थी। देर शाम तक जब तक सीबीआई की जांच चलती रही तब तक डिप्टी सीएमएम के दफ्तर में किसी भी कर्मचारी को जाने नहीं दिया गया। उनके सहकर्मियों से भी पूछताछ की गयी।