सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स को “बिग क्वेश्चन बैंक” दिया जा सकता है। साथ ही ऐसा भी हो सकता है कि इसी “बिग क्वेश्चन बैंक” से दोनों कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं में कुछ प्रश्न लिये जा सकते हैं। यह सुझाव शिक्षा मंत्रालय को एक संसदीय समिति ने दिया है।
संसदीय समिति ने कोरोना के मद्देनजर यह सुझाव दिया है समिति का मानना है कि कोरोना के कारण शैक्षणिक गतिविधियां व स्टूडेंट्स के पठन पाठन में कमी आई है। “बिग क्वेश्चन बैंक” के बनने से स्टूडेंट्स को काफी सहूलियत मिलेगी।
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विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा गया है कि संसदीय समिति ने कोरोना महामारी के स्कूली शिक्षा पर हुए प्रभावों का अध्ययन किया, जिसके बाद संसदीय समिति के अधिकारियों का कहना था इस शैक्षणिक सत्र में कोरोना के कारण बड़ा ‘लर्निंग गैप’ हो सकता है।
अधिकारियों का मानना है कि महामारी के दौरान संचालित ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ सभी स्टूडेट्स इंटरनेट और जरूरी डिवाइस की कमी के चलते नहीं ले पाए। बताया जा रहा है कि ऐसे स्टूडेंट्स में अधिकतर निर्धन परिवारों से हैं, जिनके पास स्मार्टफोन आदि की सुविधाएं उपलब्ध नहीं है।