नई दिल्ली। केंद्र सरकार दूसरे दौर के आर्थिक पैकेज को लेकर किसी जल्दबाजी के मूड में नहीं हैं। अभी तक की पहले दौर के आत्मनिर्भर पैकेज की प्रगति सरकार की उम्मीद के अनुकूल है और आने वाले दिनों में इसकी बाकी नतीजों को देखने के बाद ही नए पैकेज का ऐलान किया जाएगा।
वित्त मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक सरकार त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने के आंकड़ों को देखने और उसकी समीक्षा के बाद दिसंबर से पहले कोई नया ऐलान करने के पक्ष में नहीं है। अधिकारी का दावा है कि अर्थव्यवस्था के आंकड़ों में सुधार आत्मनिर्भर पैकेज के दम पर ही आया है। ऐसे में फिलहाल इसकी रफ्तार पर ही नजर टिकी हुई है।
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वहीं वित्त मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि सितंबर के महीने में आर्थिक आंकड़े वृद्धि के सामान्य स्थिति की ओर आने के विश्वसनीय संकेत संकेत दर्शा रहे हैं और सरकार लोगों की तकलीफ को दूर करने के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगी। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 संकट के पिछले छह महीनों के दौरान राजकोषीय प्रोत्साहन और राहत देने के साथ ही सभी हितधारकों और नागरिकों की चिताओं को दूर करने के लिए हर संभव उपाय किए गए है।
सितंबर महीने में न सिर्फ पिछले साल के मुकाबले करीब सवा चार फीसदी जीएसटी संग्रह बढ़ा है। बल्कि सामान की एक जगह से दूसरे जगह हो रही आवाजाही के लिए जरूरी ई-वे बिल में भी रिकॉर्ड उछाल देखा गया है। साथ ही निर्यात के मोर्चे पर भी सुधार दिखना शुरू हो गया है। निर्यात में छह माह से जारी गिरावट सितंबर में थम गई और पांच फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई।