• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

कब है चैत्र नवरात्रि, जानें पूजा विधि

Writer D by Writer D
21/03/2025
in धर्म, Main Slider, फैशन/शैली
0
Amavasya

Amavasya

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

इस समय चैत्र का महीना चल रहा है। हर माह में एक बार अमावस्या (Amavasya) तिथि पड़ती है। हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण भी किया जाता है। अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है। नदी में स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण किया जाता है। अमावस्या तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या (Amavasya) के दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत रखती हैं।

चैत्र अमावस्या (Chaitra Amavasya) डेट-

इस साल 29 मार्च, शनिवार को चैत्र अमावस्या है। शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को शनि अमावस्या के नाम से जाना जाता है।

शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व-

शनि अमावस्या पर शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व होता है। ज्योतिषशास्त्र में शनि दोष, साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित जातकों के लिए शनि अमावस्या का दिन शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन शनि देव की पूजा करने से शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है।

पितर संबंधित कार्य और दान करना होता है शुभ-

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चैत्र अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। इस पावन तिथि पर पितर संबंधित कार्य करने से पितरों का आर्शीवाद प्राप्त होता है। इस पावन दिन दान करने से कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है।

पूजा-विधि:

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इस दिन पवित्र नदी या सरवोर में स्नान करने का महत्व बहुत अधिक होता है। आप घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं।

स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।

सूर्य देव को अर्घ्य दें।

अगर आप उपवास रख सकते हैं तो इस दिन उपवास भी रखें।

इस दिन पितर संबंधित कार्य करने चाहिए।

पितरों के निमित्त तर्पण और दान करें।

इस पावन दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।

Tags: amavasya
Previous Post

पापमोचिनी एकादशी के दिन न करें ये काम, भगवान विष्णु हो जाएंगे नाराज

Next Post

इन लोगों को नहीं धारण करना चाहिए पन्ना रत्न, जानें नियम

Writer D

Writer D

Related Posts

Main Slider

फारूक अब्दुल्लाह ने किया माता वैष्णो देवी के दर्शन, मांगी ये दुआ

11/06/2025
Facial
Main Slider

लंबे समय तक रहेगा फेशियल का असर, बस इन गलतियों से बचे

11/06/2025
Blush
फैशन/शैली

गर्मियों में ऐसे चुनें ब्लश शेड्स, निखर उठेगा चेहरा

11/06/2025
glowing skin
Main Slider

गर्मियों में सोने से पहले स्किन पर लगाएं ये चीजें, पाएं ग्लोइंग और हेल्दी त्वचा

11/06/2025
Pigmentation
Main Slider

पिगमेंटेशन से है परेशान, तो ट्राई करें ये असरदार उपाय

11/06/2025
Next Post
Gemstone

इन लोगों को नहीं धारण करना चाहिए पन्ना रत्न, जानें नियम

यह भी पढ़ें

itbp

आइटीबीपी ने जवानों के लिए पहली बार शुरू की ऑनलाइन शराब वितरण व्यवस्था

27/12/2020
whatsapp

WhatsApp ला रहा है जबरदस्त फीचर, अब और भी मजेदार हो जाएगा Status

03/05/2022
BJP leader accused of rape

सास ने खुद ही लिख दी बहू के साथ रेप की पटकथा, ससुर से करवाया घिनौना काम

19/07/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version