साल का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को लगेगा। यह चंद्रग्रहण 13-14 मार्च 2025 को लगेगा। यह ग्रहण ब्लड रेड मून होगा। नासा की वेबसाइट के अनुसार, दुनिया के कुछ हिस्सों में चंद्र ग्रहण का नजारा 13 मार्च की रात व 14 मार्च की सुबह-सुबह देखा जा सकेगा। साल का पहला चंद्र ग्रहण हिंदू पंचांग के अनुसार, सिंह राशि और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में लगेगा। जानें मार्च महीने में लगने वाला चंद्र ग्रहण किन देशों में नजर आएगा, समय व क्या भारत में सूतक काल मान्य होगा।
भारत में चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) का समय-
सुबह 09 बजकर 27 मिनट पर भारतीय समयानुसार उपछाया ग्रहण प्रारंभ होगा और सुबह 10 बजकर 39 मिनट पर आंशिक और सुबह 11 बजकर 56 मिनट पर पूर्ण चंद्र ग्रहण समाप्त होगा।
किन देशों में नजर आएगा चंद्र ग्रहण-
नासा की वेबसाइट के अनुसार, इस चंद्र ग्रहण को उत्तर अमेरिका, प्रशांत महासागर, वेस्टर्न यूरोप और वेस्टर्न अफ्रीका में देखा जा सकेगा।
क्या भारत में नजर आएगा चंद्र ग्रहण-
यह चंद्र ग्रहण भारत में नजर नहीं देखा जा सकेगा। भारत में नजर नहीं आने के कारण इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल देश में मान्य नहीं होगा।
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) क्या है-
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जिसका धार्मिक व वैज्ञानिक दोनों महत्व है। चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी व चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं और चंद्रमा पृथ्वी की छाया में चला जाता है। पूर्ण चंद्र ग्रहण में पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया के अंधेरे हिस्सा में आ जाता है, जिसे अम्ब्रा कहा जाता है। जब चंद्रमा अम्ब्रा के अंदर होता है, तब वह लाल-नारंगी नजर आता है। इस घटना को ब्लड मून भी कहा जाता है।