नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने शुक्रवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रमा के लिए चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन को सफलतापूर्वक लांच किया। चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) लैंडर, रोवर और पॉपुलेशन मॉड्यूल से लैस है। इसका वजन करीब 3,900 किलोग्राम है। चांद पर यह भारत का तीसरा मिशन है।
चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 ) के कक्षा में सफल प्रक्षेपण के बाद इसरो में जश्न मनाया गया। इसके बाद इसरो वैज्ञानिकों ने प्रक्षेपण यान से उपग्रह के सफलतापूर्वक अलग होने की घोषणा कर दी है। उपग्रह को अब चंद्रमा की यात्रा शुरू करने के लिए वांछित कक्षा में स्थापित कर दिया गया है।
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इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को भारत के चंद्र मिशनों के महत्व को रेखांकित करते हुए चंद्रयान-3 के लिए शुभकामनाएं दी थीं।
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कक्षा उत्थान प्रक्रिया के बाद चंद्रयान-3 को चंद्र स्थानांतरण प्रक्षेप पथ में डाला जाएगा। 3 लाख किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए यह आने वाले हफ्तों में चंद्रमा पर पहुंचेगा। यहां सॉफ्ट लैंडिंग के बाद यान पर मौजूद वैज्ञानिक उपकरण चंद्रमा की सतह का अध्ययन करेंगे।