नई दिल्ली। भारत का तीसरा मून मिशन Chandrayaan-3 सफल हो गया है। बुधवार शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की। लैंडिंग के दो घंटे और 26 मिनट बाद लैंडर से रोवर (Rover) भी बाहर आ गया है।
भारत के Chandrayaan-3 ने चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरकर इतिहास रच दिया। 40 दिन के लंबे सफर के बाद बुधवार को चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की। अब इस लैंडर से रोवर भी बाहर आ गया है।
Chandrayaan-3: ऐसा दिखता है चांद का दक्षिणी हिस्सा, विक्रम ने भेजी पहली तस्वीर
Chandrayaan-3 का लैंडर बुधवार शाम 6 बजकर 4 मिनट पर उतरा था। इसके दो घंटे और 26 मिनट बाद रोवर भी इससे बाहर आ गया। रोवर (Rover) छह पहियों वाला रोबोट है। ये चांद की सतह पर चलेगा। इसके पहियों में अशोक स्तंभ की छाप है। जैसे-जैसे रोवर चांद की सतह पर चलेगा, वैसे-वैसे अशोक स्तंभ की छाप छपती चली जाएगी।
दक्षिणी ध्रुव के पास उतरा लैंडर
चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडर उतारने वाला भारत, दुनिया का पहला देश बन गया है। वहीं, चांद की सतह पर लैंडर उतारने वाला चौथा देश बन गया है।