हिंदू धर्म में समस्त देवी-देवताओं की पूजा के लिए वार निश्चित किए गए हैं. भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना (Ganesha) के लिए बुधवार का दिन सबसे उत्तम माना जाता है. इस दिन श्री गणेश (Ganesha) की पूजा करने से भक्तों की सभी समस्याएं दूर होती हैं और कुंडली के ग्रह दोष भी दूर होते हैं. पार्वती पुत्र गणेश जी की पूजा किसी भी शुभ व मांगलिक कार्यों में सबसे पहले की जाती है. इस कारण उन्हें प्रथम पूजनीय देव भी कहा जाता है. बुधवार का दिन गणेश जी की उपासना के लिए सबसे उत्तम माना गया है क्योंकि यह दिन भगवान गणेश को भी अति प्रिय होता है.
बुधवार के दिन सुख-सौभाग्य की प्राप्ति और ग्रह दोषों से मुक्ति के लिए गणेश जी (Ganesha) की पूजा करते समय उनके प्रभावी मंत्रों मंत्रों का जरूर जाप करें. दिल्ली के आचार्य गुरमीत सिंह जी से जानते हैं बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा में किन मंत्रों का करें जाप.
ग्रह दोष मुक्ति के लिए 21 बार करें इस मंत्र का जाप
भगवान गणेश (Ganesha) की नियमित आराधना करने से कुंडली में स्थित ग्रह दोषों का प्रभाव कम होता है और शत्रुओं का नाश होता है. बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा में इस मंत्र का कम से कम 21 बार जरूर जाप करें.
गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक:।।
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।
गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम्।
मनोवांछित फलों की प्राप्ति के लिए
भगवान गणेश (Ganesha) की पूजा यदि पूरी श्रद्धा और निष्ठा से की जाए तो वे अपने भक्तों से शीघ्र प्रसन्न होते हैं. बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा के बाद उनके 12 नामों (सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्ण, लंबोदर, विकट, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन और विघ्ननाशन) का 11 बार जाप करना चाहिए. इससे श्रीगणेश प्रसन्न होते हैं और भक्तों को मनोवांछित फल प्राप्ति का आशीर्वाद देते हैं.
इस मंत्र के जाप से सफल होंगे हर कार्य
खूब मेहनत करने के बावजूद यदि किसी कार्य में बार-बार असफलता हाथ लग रही है तो इसके लिए बुधवार के दिन विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करें और इसके बाद श्री गणेश (Ganesha) के मंत्र ‘ॐ गं गणपतये नमः’ का 108 बार जाप करें. इससे कार्य में सफलता हासिल होगी.