लंदन। किंग चार्ल्स (Charles III) को आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन के नए सम्राट बन गए हैं। सेंट जेम्स पैलेस में प्रिवी काउंसिल की बैठक में इसकी घोषणा हुई। उन्हें किंग Charles III कहकर बुलाया जाएगा। चार्ल्स को अपने पिता की उपाधि ड्यूक ऑफ कॉर्नवाल विरासत में मिली है। ऐसे में उनकी पत्नी कैमिला, अब डचेस ऑफ कॉर्नवाल कहलाएंगी।
प्रिवीकाउंसिल में वरिष्ठ सांसद, सीनियर सिविल सर्वेंट्स, कॉमनवेल्थ हाई कमिश्नर और लंदन के लॉर्ड मेयर शामिल होते हैं। सामान्य तौर पर 700 से ज्यादा लोग इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं, लेकिन इस बार इतनी संख्या की गुंजाइश नहीं दिख रही है, क्योंकि शॉर्ट नोटिस पर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में सबसे पहले प्रिवी काउंसिल के लॉर्ड प्रेसिडेंट पेनी मोर्डंट ने एलिजाबेथ-II के निधन की घोषणा की। यह घोषणा ऊंची आवाज में हुई। इसके बाद कई प्रेयर्स हुईं, महारानी की उपलब्धियां बताई गईं। साथ ही नए किंग की खूबियों को भी गिनाया गया। घोषणा पत्र पर प्रधानमंत्री, कैंटरबरी के आर्कबिशप और लॉर्ड चांसलर सहित कई सीनियर ऑफिसर साइन किए। इसी कार्यक्रम में यह भी तय किया जाएगा कि नए किंग के सत्ता संभालने के बाद क्या कुछ बदलाव किए जाएंगे।
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घोषणा के बाद हाइड पार्क, लंदन के टावर और नौसेना के जहाजों से तोपों की सलामी दी जाएगी। फिर एडिनबर्ग, कार्डिफ और बेलफास्ट में चार्ल्स को राजा बनाए जाने की घोषणा पढ़ी जाएगी।आखिर में शाही परंपरा के मुताबिक, औपचारिक रूप से चार्ल्स को ताज पहनाया जाएगा।किंग बनने के बाद भी ताज के लिए करना पड़ेगा इंतजार
कोरोनेशन यानी ताजपोशी के लिए अभी चार्ल्स को इंतजार करना पड़ सकता है, क्योंकि इसकी तैयारियों में वक्त लगेगा। इससे पहले क्वीन एलिजाबेथ को भी करीब 16 महीने इंतजार करना पड़ा था। फरवरी 1952 में उनके पिता का निधन हुआ, लेकिन जून 1953 में उनकी ताजपोशी हुई थी।