कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप और ऑक्सीजन की समस्या को दूर करने के लिए मध्यप्रदेश के रतलाम में स्थित मेडिकल कॉलेज में चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्लांट स्थापित करेगा। इस प्लांट की क्षमता 57 मीटर क्युब होगी तथा इसे स्थापित करने में 1.02 करोड़ रूपए खर्च होंगे।
संभागायुक्त संदीप यादव ने आज बताया कि चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन को प्लांट स्थापना की अनुमति दे दी गई है। कलेक्टर गोपालचंद डाड ने अनुमति पत्र फाउण्डेशन अध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप को कल सौंपा दिया है।
श्री काश्यप ने बताया कि मेडिकल कालेज में वर्तमान में टेंकर द्वारा लिक्वीड ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है और अनिश्चितता के चलते हमेशा तनाव बना रहता है। देश में कई प्रमुख मेडिकल कॉलेजों में पीएसए टेक्नोलॉजी के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए गए हैं।
नकाबपोश डैकतों ने घर पर धावा बोल कर लूटे 25 लाख रुपए
यह प्लांट सीधी हवा से ऑक्सीजन स्थानीय स्तर पर ही उत्पादित करता है, जिसके कारण सप्लाय की अनिश्चितता समाप्त हो जाएगी। मेडिकल कॉलेज में 57 मीटर क्युब का ट्राइडेंट कंपनी का पीएसए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित होगा। प्लांट की लागत 88.50 लाख तथा जनरेटर एवं अन्य प्लेटफार्म व शेड सहित कुल लागत 1.02 करोड़ रूपए रहेगी।
उन्होंने बताया कि पीएसए तकनीक पर आधारित ट्राइडेंट कंपनी के इस ऑटोमेटिक प्लांट की डिलीवरी 2 से 3 सप्ताह में प्राप्त हो जाएगी। कंपनी ने छत्तीसगढ़ के 5 जिला अस्पतालों सहित देश-विदेश के कई मेडिकल कॉलेजों में प्लांट स्थापित किए हैं।
केजरीवाल की अपील बेसर, स्टेशनों-बस अड्डों पर उमड़ी प्रवासियों की भीड़
यहाँ जिला चिकित्सालय में 20 बिस्तर का कोविड आईसीयू बनाया गया है, उसमें भी 30 मीटर क्युब प्रति घण्टे का पीएसए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाया जा रहा है। इससे कोविड़ महामारी के समय में आईसीयू के समस्त 140 मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन मिल सकेगी। महामारी के बाद सामान्य समय में भी यह प्लांट निरंतर उपयोग में आएगा। यह प्लांट मेडिकल कॉलेज की संपत्ति होगा।