सूर्योपासना का महापर्व छठ पूजा उत्तर प्रदेश में बुधवार को नहाय खाय के के साथ शुरू हो गया।
राज्य के अधिसंख्य इलाकों विशेषकर पूर्वाचंल में चार दिवसीय पर्व के पहले दिन भोर से नदी,सरोवर और तालाबों के किनारे आस्था का समंदर हिलोरें मारता दिखायी पड़ा। निर्जला व्रतधारी महिलाओं ने छठ मैया के गीत गाये और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की।
इस दौरान घाटों की साज सफाई और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है। संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले स्थानो पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है वहीं पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिये लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सुरक्षा के उपाय बरतने की घोषणा की जा रही है।
पहली बार छठ पूजा का व्रत कर रहे है ,तो जान लें पूरी पूजन सामग्री
राज्य की योगी सरकार ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर छठ पर्व को घर में ही मनाने की अपील की है। गृह विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि महिलाओं को प्रेरित किया जाए कि वे छठ पूजा घर पर ही रह कर मनाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि छठ पर्व लोक आस्था के साथ ही, प्रकृति के प्रति हमारी भावनाओं को उजागर करता है। पूरी सात्विकता और आत्मिक शुद्धि के साथ मनाया जाने वाला यह पर्व सामाजिक समरसता का पर्व भी है।
गुरूवार को व्रतधारी खरना करेंगे। इस दिन व्रती दिनभर निर्जला उपवास रखने के बाद शाम को दूध और गुड़ से बनी खीर का प्रसाद खाकर चांद को अर्घ्य देंगे और लगभग 36 घंटे का निर्जला व्रत उपवास शुरू करेंगे। 20 नवंबर को व्रती डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे और 21 नवंबर को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ महाव्रत संपन्न करेंगे।