मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की मेधावी बालिकाओं को आज 162 स्मार्ट फोन वितरित किए।
सोमवर को सीएम आवास, जनता दर्शन हॉल में मुख्यमंत्री ने बाल कल्याण निधि के अंतर्गत संचालित बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना में वर्ष 2021 में सभी जिलों की टाॅपर छात्राओं को स्मार्ट फोन दिए। इसके अलावा इंटरमीडिएट में ब्लाॅक स्तर पर टाॅप करने वाली मेधावी बालिकाओं को स्मार्ट फोन वितरित किए गए।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही मैत्रैयी नाम से छात्राओं के लिए मेंटरशिप कार्यक्रम प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए एक पोर्टल भी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं के हित में अनेक निर्णय लेकर उन पर काम शुरू किया है। प्रदेश में 24 हजार रिक्त सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदन को निशुल्क किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बालिकाओं को शक्ति का प्रतीक बताते हुए छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने बचपन से दो बातें जीवन में अपनाई हैं। अनुशासित रहना और अपने कमिटमेंट का पक्का रहना। आज का युग आईटी का युग है। कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का महत्व बढ़ा है। प्रदेश की सरकारी स्कूलों के कक्षा 10 और 12 और डिग्री कालेजों के छात्र छात्राओं को निशुल्क मोबाइल टेबलेट देने का निर्णय लिया है। इसे जल्द ही इम्प्लीमेंट किया जाएगा।
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हर घोषणा हो रही पूरी-
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घोषणा को पूरा किया जा रहा है। जो काम शुरू कर रहे हैं, उसे पूरा भी करेंगे। जो भी राहत पैकेज घोषित किये उनकी राशि लाभार्थियों के खातों में जानी शुरू हो गई है।
पूर्ण मनोयोग करें कार्य मिलेगी सफलता-
मुख्यमंत्री ने कहा कि साधारण परिस्थितियों में जन्मे लोग असाधारण की यात्रा करते हैं। पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डा. एपीजे अब्दुल कलाम और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी इसके उदाहरण हैं। प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तीकरण में काफी काम किया। स्वच्छ भारत मिशन में पूरे देश में शौचालयों के निर्माण, उज्ज्वला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना महत्वपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ना है तो समय का पूरा सदुपयोग करें। जो भी काम करें, पूर्ण मनोयोग से करें। एक बार किसी लक्ष्य का संकल्प लें तो उसके विकल्प के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
महिलाओं का सम्मान आचरण में दिखना चाहिए: रेखा आर्य
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि रुढ़िवादी मानसिकता से बाहर आकर लैंगिक समानता लानी है। यह केवल चिंतन मनन में ही नहीं बल्कि आचरण में भी दिखना चाहिए। देवभूमि देवियों की भी भूमि है। जिस समाज में नारी को पूजते हैं वहां कन्या भ्रूण हत्या सबसे बड़ा पाप है। हमें अपने विचारों को भी शुद्ध करना है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं और महिलाओं को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। नंदा गौरा योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, स्पर्श नैपकिन योजना ऐसी ही मुख्य योजनाएं हैं। इसी प्रकार वात्सल्य योजना सरकार की संवेदनशीलता को बताती है।
शिक्षा से ही महिला सशक्तिकरण सम्भव: कर्णवाल
विधायक झबरेड़ा देशराज कर्णवाल ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर ने बालिका शिक्षा को सबसे महत्वपूर्ण बताया था। शिक्षा से ही महिला सशक्तीकरण सम्भव है।
इस मौके पर सचिव हरि चंद्र सेमवाल ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुल 162 मेधावी छात्राओं को स्मार्ट फोन दिए गए हैं। कार्यक्रम का संचालन जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र ने किया।