महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर गुरुवार दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचे गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में देवाधिदेव भगवान भोले शंकर का रुद्राभिषेक कर लोक कल्याण की मंगलकामना की।
इसके पूर्व उन्होंने पीपीगंज के भरोहिया स्थित पांडवकालीन पितेश्वरनाथ शिव मंदिर में जलाभिषेक भी किया।श्री योगी दोपहर बाद करीब 2.30 बजे हेलीकॉप्टर से पीपीगंज पहुंचे। यहां उन्होंने भरोहिया स्थित पितेश्वरनाथ शिव मंदिर में जलाभिषेक कर भगवान शंकर की पूजा अर्चना।
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उन्होने यहां लोकमंगल के लिए हर महाशिवरात्रि भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं। पूजन अर्चन के बाद मुख्यमंत्री ने श्रीगोरक्षपीठ की अनुसांगिक संस्था महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा इस मंदिर परिसर में संचालित गुरु गोरक्षनाथ विद्यापीठ के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
विद्यालय प्रांगण में सीएम योगी से करीब 200 लोगों ने मुलाकात की और आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने उनका कुशलक्षेम पूछा और कुछ लोगों की समस्याओं को जान उनके समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
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भरोहिया से मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर पहुंचे और यहां के शिव मंदिर में भोलेनाथ का महाद्रव्य से रुद्राभिषेक किया। यहां अनुष्ठान करीब डेढ़ घण्टे चला। योगी आदित्यनाथ के लिए अहम महाशिवरात्रि पर्व बहुत खास है। नाथपंथ की परम्परा में गुरु गोरखनाथ भगवान शिव के अवतार माने जाते हैं। नाथ संप्रदाय उन्हें अपना आदिनाथ स्वीकार करता है। गोरखनाथ मंदिर लोक कल्याण एवं लोक मंगल की भावना से संचालित होता है। ऐसे में मंदिर के पीठाधीश्वर के लिए महाशिवरात्रि महत्वपूर्ण होती है।