लखनऊ/कानपुर। उत्तर प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सराहनीय कार्य करने वाले 21 पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री वीरता पदक (Chief Minister’s Gallantry Medal) और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही अपराधियों के खिलाफ कड़ी विवेचना करने वाले अफसरों को भी ‘गृहमंत्री सम्मान’ दिया जाएगा। इसमें वो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं जिन्होंने बिकरू कांड को अंजाम देने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के करीबी रहे अमर दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया था।
कानपुर का बिकरू कांड (Bikru Kand)
कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात को गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) को अरेस्ट करने गई पुलिस टीम पर गोलियों की बौछार हुई थी। इसमें डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड ने न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि देश को हिला दिया था। इस घटना के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ एक्शन लिया और विकास दुबे समेत गैंग के आधा दर्जन बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया।
साथ ही दर्जनों आरोपियों को जेल भेजा गया। एनकाउंटर में विकास दुबे का भतीजा अमर दुबे (Amar Dubey) भी मारा गया था। जिसको अंजाम देने वाली टीम को 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा।
बता दें कि सम्मानित किये जाने वाले पुलिसकर्मियों की लिस्ट जारी कर दी गई है। इस लिस्ट में हमीरपुर के चार पुलिसकर्मियों के भी नाम हैं। इन्होंने गैंगस्टर विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे का एनकाउंटर किया था। इनके नाम इस प्रकर हैं- निरीक्षक मनोज कुमार शुक्ला, उप निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह, आरक्षी पंकज कुमार व कप्तान सिंह।
‘केंद्रीय गृह मंत्री पदक’ से 140 पुलिसकर्मियों को किया गया सम्मानित
इसके अलावा एसटीएफ के आरक्षी विकास कुमार उप निरीक्षक राकेश कुमार सिंह चौहान अजय कुमार चौधरी आरक्षी हरिओम सिंह के नाम भी चयनित किए गए हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उत्कृष्ट विवेचना के लिए यूपी के दस पुलिस अफसर ‘गृहमंत्री सम्मान’ के पदक से सम्मानित किए जाएंगे। जिसमें गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले आतंकी मुर्तजा के विरुद्ध मुकदमे की विवेचना करने वाले एटीएस के तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक संजय वर्मा तथा उप निरीक्षक अरविंद कुमार के नाम भी शामिल हैं।