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सर, सुनिए सरकारी स्कूल में शिक्षा नहीं होती…, सीएम नीतीश के सामने बच्चे ने खोली पोल

CM Nitish

पटना। कहते है कि बच्चे भगवान का रूप होते हैं, इसलिए वह कभी झूठ नहीं बोलते हैं। ऐसा ही एक मामला बिहार (Bihar) में सामने आया है। जहां 6 वीं क्लास में पड़ने वाले बच्चे ने सच कर दिखाया। दरअसल, सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish) अपने गांव पहुंचे थे। इस दौरान सीएम नीतीश (CM Nitish) जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्या सुन रहे थे। जहां 11 साल का सोनू कुमार (Sonu) भी पहुंच गया। इस दौरान बच्चे के पहुंचते ही लोगों में हलचल मच गई। सोनू कुमार ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish)  से मुलाकात कर कड़वे सच कहने का काम किया है।

11 साल का सोनू कुमार यादव ने बिना झिझक के मुख्यमंत्री की आंखों में आंखें डालकर कहने लगा… ”सर, सुनिए न प्रणाम, हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए… गार्जियन नहीं पढ़ाते हैं…”

सोनू कुमार ने बिना झिझक और लाग लपेट के जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish)  के सामने कड़वा सच बोला। छोटे से बच्चे ने शिक्षा की बदहाली और शराबबंदी पर सीएम नीतीश को अवगत कराया। सोनू ने बताया कि उसके पिता दही की दुकान से जो भी कमाते हैं, उसे शराब पीने में लगा देते हैं।

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पता चला कि 6वीं क्लास में पढ़ने वाला सोनू कुमार मुख्य रूप से हरनौत प्रखण्ड के नीमा कौल गांव का रहने वाला है। उसके पिता रणविजय यादव दही की दुकान चलाकर घर चलाते हैं।

सोनू कुमार गरीब परिवार से होने के कारण मध्य विद्यालय नीमा कौल के सरकारी स्कूल में पढ़ता है, जहां शिक्षकों को भी अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा देनी नहीं आती है। जिसका खुलासा छोटे से बच्चे ने खुद किया है।

बच्चे ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish)  की आंखों में आंखों डालकर शिक्षा की बदहाली और शराबबंदी को असफल बताया, क्योंकि सीएम नीतीश कुमार लगातार हार भाषणों में शराबबंदी और शिक्षा के बारे कहते नहीं थकते हैं।

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बच्चे सोनू ने मीडिया से बातचीत में कहा, अगर सरकार मदद करे तो मैं भी पढ़-लिखकर IAS-IPS बनना चाहता हूं। बच्चे ने कहा कि सरकारी स्कूल में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर है। इस ग्यारह साल के बच्चे की काबिलियत इसी से झलकती है कि वह छठवीं कक्षा में पढ़कर 5वीं क्लास तक के 40 बच्चों को पढ़ाकर अपना खर्च निकालता है। वहीं, इस छोटे से बच्चे के हिम्मत को देखकर अधिकारी से लेकर नेता तक दंग रह गए।

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