रोहतास। सोन नदी के ऊपर बने नसरीगंज-दाऊदनगर पुल (Nasriganj-Daudnagar bridge) के एक नंबर पिलर और स्लैब के बीच फंसे 11 वर्षीय बच्चे (Child) को 24 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका है। गैप से बच्चे का हाथ दिख रहा है और रुक-रुक कर रोने की आवाज भी सुनाई दे रही है। बुधवार के शाम से शुरू हुआ बचाव कार्य से बच्चे को नहीं निकाला जा सका है।
गुरुवार सुबह फिर से बच्चे को रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है। एसडीआरएफ की टीम ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मौके पर पहुंची है। पुल (Nasriganj-Daudnagar bridge) को ऊपर से तोड़कर बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इस घटना के बाद नासरीगंज इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है।
यह है मामला
घटना के संबंध में थानाध्यक्ष सुधीर कुमार का कहना है कि बच्चा दो दिन से लापता था। परिजनों के द्वारा बच्चे की खोजबीन की जा रही थी, तभी रास्ते से गुजर रही एक महिला ने बच्चे के रोने की आवाज सुन लोगों को सूचना दी गई। जिसके बाद घटनास्थल पर टीम पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई। फिलहाल बच्चे को नहीं निकाला जा सका है।
300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम, 32 घंटों से रेस्क्यू जारी
जिंदगी और मौत से लड़ रहा है बच्चा
जिंदगी और मौत से लड़ रहे 11 वर्षीय बच्चा खिरिआवं गांव निवासी शत्रुध्न प्रसाद उर्फ भोला का पुत्र रंजन कुमार है। वह पिछले दो दिन से लापता था। बच्चा मानसिक रूप से कमजोर है। परिजन लगातार इधर-उधर उसकी तलाश कर रहे थे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने रस्सी और सीढ़ी के सहारे बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन वे लोग असफल रहे।
रेस्क्यू टीम के साथ पदाधिकारी और पुलिसबल हैं मौजूद
घटनास्थल पर नसरीगंज बीडीओ मो. जफ़र इमाम, सीओ अमित कुमार, थानाध्यक्ष सुधीर कुमार, समेत भारी संख्या में पुलिस बल व ग्रामीण उपस्थित है। एसडीएम उपेंद्र पाल भी घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों को शीघ्र रेस्क्यू करने का निर्देश दिया है। पुल (Nasriganj-Daudnagar bridge) के पाया के अंदर 24 घण्टे से फंसे बालक को कुछ भी होने की आशंका जताई जा रही है।