छत्तीसगढ़ के चार बच्चों को पतंजलि गुरुकुल स्कूल में बंधक बनाया गया था, इन सभी बच्चों को छोड़ दिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी है।
बघेल ने ट्वीट कर कहा है कि पतंजलि गुरुकुल स्कूल में छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के चार बच्चों को बंधक बनाए जाने की शिकायत मुझ तक पहुंची थी। गरियाबंद कलेक्टर और एसपी की पहल पर बंधक बनाए गए बच्चों को छोड़ दिया गया है। भूपेश ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
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उल्लेखनीय है कि पतंजलि गुरुकुल हरिद्वार में स्थित वैदिक कन्या गुरुकुल में गरियाबंद जिले के चार बच्चों को उनके अभिभावकों द्वारा सशुल्क अध्यापन के लिए अप्रैल 2021 को सौंपा गया था, किंतु परिवार में आवश्यक कार्य व बच्चों के माताओं की तबीयत खराब के चलते बच्चों को वापस लाने पलकों द्वारा 27 मई 2021 को वैदिक गुरुकुल में आवेदन दिया गया।
किंतु बच्चों को छोडऩे के एवज में मनी सिक्योरिटी दो लाख रुपये की मांग से परेशान पालकों द्वारा हरिद्वार जिला प्रशासन से बच्चों को सुपुर्द करवाने आवेदन दिया गया। पालकों द्वारा गरियाबन्द कलेक्टर से घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर निलेश क्षीरसागर के प्रयास से लगातार हरिद्वार जिला प्रशासन संपर्क कर चारों बच्चों को पलकों को सौंपने में मिली सफलता।
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उक्त घटना की जानकारी गरियाबन्द कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर को होने पर तत्काल कलेक्टर दूरभाष से (उत्तराखंड ) हरिद्वार जिला प्रशासन से आवश्यक चर्चा पश्चात हरिद्वार जिला प्रशासन दोनों के सामूहिक प्रयास से गुरुवार को वैदिक गुरुकुलम द्वारा चारो बच्चों को उनके पालकों को सौपा गया, वे सभी आज शुक्रवार को गरियाबन्द वापसी के लिए सकुशल रवाना हो चुके है। छग बच्चों के पालकों से दूरभाष से चर्चा के दौरान जानकारी दी। बच्चों के पालकों ने गरियाबन्द कलेक्टर व हरिद्वार जिला प्रशासन के प्रयास से ही बच्चों को वापस लाने में संभव हो पाया जिसके लिए गरियाबन्द हरिद्वार जिला प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया।