नई दिल्ली| राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्राइमरी (नर्सरी से पांचवीं तक) कक्षाओं के बच्चे भी अब पढ़ाई के साथ खेल के गुर सीखेंगे। इसके लिए शिक्षा निदेशालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों के लिए भी फिजिकल एजुकेशन के शिक्षकों की तैनाती के आदेश दिए गए हैं।
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प्राइमरी कक्षाओं में फिजिकल एजुकेशन के शिक्षकों की तैनाती के लिए शिक्षा निदेशालय ने 423 पद सृजित किए हैं। इस संबंध में निदेशालय की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि उपराज्यपाल की मंजूरी के बाद प्राइमरी कक्षाओं के लिए फिजिकल एजुकेशन के शिक्षकों के पद सृजित किए गए हैं।
यादव ने बताया कि अभी तक अंडर 14, अंडर 17 और अंडर 19 स्तर पर होने वाली खेल प्रतियोगिताओं के अनुरूप ही स्कूल में फिजिकल एजुकेशन के शिक्षकों की नियुक्तियां की जाती थी। इसके तहत पीजीटी-टीजीटी फिजिकल एजुकेशन शिक्षकों की तैनाती होती है।
दिल्ली में शिक्षा निदेशालय के अधीन चल रहे स्कूल दिव्यांग छात्रों के लिए अधिक अनुकूल बनेंगे। स्कूलों में रैंप और दिव्यांगों के लिए सुविधाजनक टायलेट का निर्माण होगा।
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शिक्षा निदेशालय ने विजन 2030 के तहत सरकारी स्कूलों को दिव्यांग छात्रों के लिए अधिक अनुकूल बनाने की रूपरेखा तैयार की है। इसके तहत स्कूलों के मौजूदा ढांचे में बदलाव करते हुए उन्हें दिव्यांग छात्रों के अनुकूल बनाया जाएगा। वहीं, उनके अंदर विशेष हुनर को पहचान कर प्रोत्साहित करने के लिए गतिविधियां व कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सरकारी स्कूलों में 17 अन्य रिसोर्स सेंटर भी विकसित किए जाएंगे।