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स्वच्छता के सन्देश के साथ मना ‘बाल दिवस’

Cleanliness

Cleanliness

लखनऊ। स्वच्छता का महत्व और उसके मूल्यों को आत्मसात कराने के लिए नगर विकास विभाग द्वारा प्रदेश के सभी निकायों में स्वच्छ सारथी क्लब के माध्यम से ‘बाल दिवस’ को स्वच्छता (Cleanliness) का सन्देश देकर मनाया गया। इस अवसर पर छात्रों को एसटीपी, एफएसटीपी प्लांट, एमआरएफ सेंटर और वेस्ट टू वंडर पार्क पर एक्सपोजर विजिट करायी गयी और साथ ही स्वच्छता सम्बन्धी विभिन्न आईईसी गतिविधियों के माध्यम से उन्हें जागरूक भी किया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील के साथ ही विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गयी। जिससे स्वच्छ भारत – स्वच्छ उत्तर प्रदेश की परिकल्पना को साकार करने में उनके योगदान को साकार किया जा सके। वहीं उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वच्छ सारथी क्लब के सदस्यों को निकायो द्वारा सम्मानित भी किया गया।

भारतीय संस्कृति, अच्छी सेहत और गुणवत्तापूर्ण जीवनशैली बनाए रखने के लिए स्वच्छता (Cleanliness) महत्वपूर्ण है। स्वच्छता को सफल लोगों की आदत का भी श्रेय दिया जा सकता है। विद्यार्थियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और उनके स्वभाव और संस्कार में स्वच्छता को स्थापित करने के लिए ‘बाल दिवस’ पर प्रदेश की नगरीय निकायों में स्वच्छ सारथी क्लब के माध्यम से स्कूल, कॉलेजो और विश्वविद्यालयों के छात्रों को एफएसटीपी प्लांट, एमआरएफ सेंटर और वेस्ट टू वंडर पार्क पर एक्सपोजर विजिट करायी गयी। जहां उन्हें सेप्टिक के गाद को जैविक खाद में परिवर्तन की विधि, कूड़े के प्रकार जैसे सूखा और गीला और निष्प्रयोज्य वस्तुओं को सुन्दर आकृति में परिवर्तित कर पुनः प्रयोग के बारे में बताया गया। वेस्ट टू वंडर पार्क पर एक्सपोजर विजिट के दौरान स्वच्छता सम्बन्धी रंगोली प्रतियोगिता, वॉल पेंटिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिता, कला प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता व स्वच्छता एवं हाईजीन, सैनिटेशन संबंधी कार्यशाला का भी आयोजन किया गया और स्वच्छता की शपथ दिलाई गयी।

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विद्यार्थियों ने एक्सपोज़र विजिट और विभिन्न आईईसी गतिविधियों के माध्यम से स्वच्छता (Cleanliness) को आपने घरों, शिक्षण संस्थानो और आसापस के वातावरण को साफ-स्वच्छ बनाये रखने के लिए जानकारी दी गई। सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग का उपयोग न करने, घरों से निकलने वाले अपशिष्ट का अंतर जानते हुए सूखे-गीले कूड़े को अलग-अलग डस्टबिन में रखते हुए कूड़ा लेने आने वाली गाड़ी को देने, घरों के आसपास कूड़ा न फेंकने, घरों के अनुपयोगी सामान को पुनः प्रयोग में लाने के तरीके सीखे, जिससे उनका स्वच्छता से जुड़ाव करने में सहायता मिली।

प्रदेश स्तर पर सभी निकायों में लगभग 5000 स्वच्छ सारथी क्लब स्थापित हैं। जिनका मूल उद्देश्य स्कूल, कॉलेजो एवं विश्वविद्यालयो में स्वच्छता के प्रति विद्यार्थियो, युवाओ, शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित करना एवं सारथी के रुप में स्वच्छता अभियान में अपना योगदान देना तथा क्लब से अधिक से अधिक सदस्यों का जुड़ाव किया जाना है। निकाय में स्थापित बेस्ट प्रेक्टिसेस जैसे एम.आर.एफ. सेन्टर्स, वेस्ट-टू-वंडर पार्क, एस.टी.पी, एफ.एस.टी.पी. व अन्य को दर्शाने के लिए विद्यार्थियों को स्थलीय भ्रमण स्वच्छ सारथी क्लब के माध्यम से कराया गया। इतना ही नहीं उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वच्छ सारथी क्लब के सदस्यों को निकाय द्वारा सम्मानित भी किया गया।

इस दौरान लाखों की संख्या में छात्रों के स्वभाव में स्वच्छता (Cleanliness) सम्बन्धी बदलाव लाने का प्रयास किया गया, जिससे स्वच्छ भारत और स्वच्छ उत्तर प्रदेश की परिकल्पना को साकार करने में उनके योगदान को सुनिश्चित किया जा सके।

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